INTEJAAR/इंतजार

बहुत खूब दिल का लगाना तेरा,
करीब आ के यूँ भूल जाना तेरा|
हमें याद सब जो कही तूने बातें,
कमल पंखुड़ी में भ्रमर की वो रातें,
वो बातें बनाना,वो हाँथे घुमाना,
बिना बात के यूँ तेरा मुस्कुराना,
हमें याद अब भी वो आना तेरा,
बिना बात के रूठ जाना तेरा।
वो सूरत हमें याद अब भी तुम्हारी,
उतरती गयी थी जो दिल में हमारी,
वो आँखें लड़ाना,ना पलकें झुकाना,
तेरा जीत जाना,मेरा हार जाना,
हमें याद वो गुनगुनाना तेरा,
बिना बात के रूठ जाना तेरा।
वो लम्हें वो पल शाम ढलने लगे थे,
हमें याद जब तुम बिछड़ने लगे थे,
पलटकर के आना,गले से लगाना,
मिलेंगे पुनः,कान में बुदबुदाना,
मगर तुम गए लौट वापस ना आए,
किधर है ठिकाना नहीं कुछ बताए,
खिले पुष्प सारे,बने सूल सारे,
हवा बन उड़े ख्वाहिशें सब हमारे,
हमें याद खुशियाँ मिटाना तेरा,
करीब आ के यूँ भूल जाना तेरा,
करीब आ के यूँ भूल जाना तेरा।
!!!मधुसूदन!!!

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