SUKOON/सुकून

सुकून अगर दास होता महलों का,तो गरीबों का चेहरा नही चमकता,सुख गुलाम होता दौलत का,तो कभी गरीब नही हंसता,सदैव होती चिंता की लकीरें उनके चेहरे पर,मगर इनके चहरे पर ना भय,ना चिंता,ना ही गरीबी का दर्द झलकता,सिर पर झूला झूलते बच्चे,बाहों में बदहवास सोती जान,हाथों में कंगन,पैरों में पायल,वह कोई रानी से कम नहीं,ना ही […]

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JIWAN

हैं रंग कई इस जीवन के,डूबे कुछ में कुछ छूट गए,हैं जश्न अलग हर आयु के,शामिल कुछ में कहीं चूक गए।आगे भी जश्न प्रतीक्षारत,कहे दिल शरीक हो जाऊं मैं,पर बांध कई जीवन नद में,जिससे नित ही टकराऊं मैं,टकराते तुम भी नित हर पल,सज बैठे ख्वाहिश के रथ पर,है झूठी शान,दुविधा गुरुर,बंधे जिसमें जलसों से दूर,है […]

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PATA NAA CHALA/पता ना चला।

ख्वाब कब अपने,अपनों के हो गए,पता ना चला।फिक्र में उन्ही के,कब जीवन ये ढल गए,पता ना चला।जीवन सफर में रहे दौड़ते हम,कदम कब रुके,पता ना चला।मालूम बुढ़ापा आना था एक दिन,बूढ़े हुए कब,पता ना चला।थी अपनों की बस्ती,बुलंदी पर जब थे,अकेला हुए कब,पता ना चला।अकेला हुए कब,पता ना चला।!!!मधुसूदन!!!

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MAUN/मौन

मौत अटल मरना है निश्चित, इससे सच्चा मीत नहीं, मगर मौत आने से पहले, इतनी चुप्पी ठीक नहीं| आ जो लम्हा शेष सफर का, हँसकर उसे गुजारे हम, मेरे यारा,मीत हमारे, जीवन सफल बना ले हम, नित्य रात फिर दिन होता है, सूर्य उदित होता छुपता है, यही सत्य है इस दुनियाँ का जीवन का […]

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Khwahish/ख्वाहिश

हमारे एक प्रिय ब्लॉगर Padmaja ramesh जी की रचना से प्रभावित होकर लिखी गई रचना– विस्मृत ना होती यादें और पल गुजरे वापस आ आते,काश कि हम बच्चे बन जाते,काश कि हम बच्चे बन जाते।है ख्वाहिश फिर से पढ़ने की,यारों संग मस्ती करने की,था नही बदलना कुछ विशेष,करते जो छूट गया है शेष,नाना,नानी का सत्य […]

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वक्त बदलता है।

धीरे-धीरे मौसम बदलता,धीरे-धीरे लोग,कुछ भी यहाँ स्थिर नही,फिर किस बात का शोक।माना कल जो आज नही,जो आज रूबरू कल ना होगा,माना है तम आज चतुष्कोण,निश्चित तिमिर ये कल ना होगा,होगा फिर जयगान यहाँ पर,तेरा फिर गुणगान यहाँ पर,होगा निश्चित उदित भानु,दीप्ति होगी चहुँओर,कुछ भी यहाँ स्थिर नही,फिर किस बात का शोक।सूर्य भी उगता नित डूब […]

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JINDGI KE JAAL MAIN /जिंदगी के जाल में।

जिंदगी के जाल में,जिंदगी के जाल में,खुद लिखेंगे भाग्य जब भी होंगे विकटकाल में,जिंदगी के जाल में।ये जिंदगी है एक सफर,क्या पता कहाँ बसर,ये चलते चले पग निडर,ना पूछ चल पड़े किधर,कहीं सुगम डगर कहीं,मुशीबतों के तुंग थे,कभी भँवर के बीच कभी,जश्न के समुद्र थे,मैंने कई बार गिरा,गिरकर उठना है सीखा,वो बना यहाँ महान,उसकी होती […]

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Tuksh nahi ho tum./तुक्ष नही हो तुम।

क्यों ना राहें हों अनजान राही मगरवे भी अपना सा लगने लगेंगे,जरा चलकर तो देख,मत समझ तुक्ष खुद को प्रणेता है तूँ,बदल किस्मत की रेख।बंजर,कंटीले हों क्यों ना डगर,मंजिल वहीं होंगे तेरे बसर,सजने लगेंगे वही ख्वाब तेरे,थिरकने लगेंगे वहीं पाँव तेरे,मिल जाएंगे फिर मुकाम,जरा चलकर तो देख,मत समझ तुक्ष खुद को प्रणेता है तूँ,बदल किस्मत […]

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Arthahin/अर्थहीन

दुख-सुख,हानि-लाभ,रूठते-मनाते,रोते,मुस्कुराते,चलता रहा वक़्त,चलते रहे हम,जैसे सूरज,सारी जिंदगी दहकते रहे हम,मगर इस आपाधापी में भूल गएउस डूबते सूरज को देखकर भी कि,एक दिन हमें भी रुकना है,हमें भी  डूब जाना है,कदम अग्रसर उसी ओरसजकर तैयारडोला भी,प्रतीक्षारत।वाह रे जिंदगी!क्या खोए,क्या पाएखोए रहे इसी में उम्र भर,इससे दूर स्वयं को हटा ना सके,अर्थहीन नही ये जीवन,इतना खुद को […]

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Krurta/क्रूरता

भूख से व्यग्र एक कुतिया,बार बार गलियों का चक्कर लगाती,इंसानों को देख अपनी पूँछें हिलाती,चेहरे के आव-भाव से भूखी होने का भाव दर्शातीमगर कहीं से भी रोटी का एक टुकड़ा नही मिल पाने परवापस अपने बच्चों के पास आकर लेट जाती,फिर टूट पड़ते नासमझ बच्चे उसपरऔर नोचने लगते स्तन।पेट में अन्न का दाना नहीऔर ना […]

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Ummid/उम्मीद

बंद क्यों ना हो जाए,किवाड़ सब जमाने का,द्वार जिंदगी का कभी खुद से ना लगाना यारों,गिरते दरख़्त कई आँधियों के आने से,बीज हम दरख़्त बन सजेंगे फिर बताना यारों,जंग हर कदम कदम पर जिंदगी में जीत भी,छटेगा अँधेरा दीप खुद से ना बुझाना यारों,द्वार जिंदगी का कभी खुद से ना लगाना यारों।!!!मधुसूदन!!!

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LAKSHYA/लक्ष्य

बच्चे ही दौड़ते,बुजुर्ग नही दौड़ते,कभी गौर करना तब,जब बच्चों के पाँवधरती पर पड़ते।बीज शांत तबतक,जबतक गर्भ में होते,अंकुरण का देर,फिर तो पल-पल ही बढ़ते,अंकुर को वृक्ष होते देर नही लगते,बच्चे ही दौड़ते,बुजुर्ग नही दौड़ते।छोड़ दो बहलाना खुद को,किस बाग को,सजाना सोचो,वृक्ष तो स्थिर,तेरे पाँव,किधर जाना सोचो,ख्वाब गर बदले,मंजिल बदल जाएगी,पलभर की चूक,रण-निर्णय बदल जाएगी,भगीरथ प्रयास […]

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PREM KAISE KARUN/प्रेम कैसे करूँ?

Image Credit : Google सुनन्दा वशिष्ठ द्वारा कश्मीरी पंडितों पर हुए जुल्म की आपबीती कहने और सुनने पर दिल से उठे भावों को शब्दों में पिरोने का प्रयास। हो सकता है किसी दोस्त को बुरा भी लगे मगर हमारा दिल दुखाने का कत्तई सोच नही। सिर्फ दर्द को शब्दों में बयां कर रहे हैं।सुनन्दा वशिष्ठ […]

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JIWAN EK SAFAR/जीवन एक सफर

Image Credit : Google जीवन एक सफर, कहीं गमों के गड्ढे, कहीं खुशियों की डगर, सुख-दुख,उतार-चढ़ाव भरी जिंदगी, मगर चिंतित कहाँ वो,जिसकी मंजिल पर नजर। ऐ मन मत हो उदास,हमें भी मुस्काने दे, माना टूटे हैं सपने,नए सपने सजाने दे, यहीं तो मिला था,जो खो गया, और भी है खुशियाँ राहों में, क्यों इतना तूँ […]

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UMMID/उम्मीद

Image Credit : Google Hamare priye blogger Aruna ji ke dard ko shabbon me pirone ka ek prayas evam Ishwar se dua……Click here ऐ हवा जरा रुक के, धीरे-धीरे गुजर, तेरी राहों में एक महल है ताश का, जहाँ अरमान अभी,अभी हिलोरे ले रहे हैं, उसे पत्थरों का ताजमहल ना समझ। ऐ पल जरा थम […]

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VIJETA/विजेता

Image Credit : Google है कर्मभूमि कर कर्म सदा कर्मठ की धरा हमेशा है, सब भाग्य बदलते कर्मो से,हम सबमें एक विजेता है। तुम याद करो राणा,प्रताप, शिवाजी,पोरस वीरों को, भय भी भयभीत रहा उनसे प्रणाम किया रणधीरों को, उठ जाग रगों में रुधिर वही,तुम भी मार्तण्ड का बेटा है, सब भाग्य बदलते कर्मो से,हम […]

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JINDAGI EK PAHELI/जिंदगी एक पहेली

Image Credit : Google कल भी पहेली थी अबूझ,अब भी पहेली जिंदगी। कई गम मगर हंसते रहे,हर दर्द हम सहते रहे, चलते रहे पर मौन हम,अबतक न समझे कौन हम, है भीड़ पर तन्हां खड़े,कितनी अकेली जिंदगी, कल भी पहेली थी अबूझ,अब भी पहेली जिंदगी। हर क्षण यहाँ जद्दोजहद जीवन-मरण के सामने, संघर्ष करते हम […]

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दास्तान/DASTAAN

image credit google एक सैनिक जो अपनी पत्नी एवं बूढ़े माँ-बाप का एक मात्र सहारा, देश की रक्षा करते हुए शहीद हो जाता है।घर पर आयी अचानक आफत के बावजूद तीनों सदस्य फर्ज पर अडिग एक दूसरे के गम को कम करने में लग गए। मगर बूढ़े सास-ससुर को पुत्रवधु का दुःख देखा नहीं जाता […]

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VYAKUL MANN/व्याकुल मन

Image Credit : Google ना चैन डगर,ना चैन नगर, ना मंजिल सुकूँ दिलाता है, कैसी ठगनी संसार यहाँ इंसान तड़प रह जाता है।। हम भी बेचैन हैं वर्षों से, व्यथित,व्याकुल हैं अरसों से, है ख्वाब कई आँखों मे छवि बसाए फिरते अपनों के, है खुशियाँ कम अरमान बहुत, जग में सारे परेशान बहुत, है यहाँ […]

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KAISI CHINTA/कैसी चिंता

Image Credit Google इस पार नशा है जीवन का उस पार न जाने क्या होगा, हँसना,रोना इस पार मगर उस पार न जाने क्या होगा। सब उत्सुक हैं अनजान जिगर, है कौन जहाँ भगवान किधर, ये मृत्युभूमि तो स्वर्ग कहाँ, क्यों हमने ली है जन्म यहाँ, क्या तन सच्चा या श्वांस मेरा, क्या जग सच्चा […]

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