Insan aur Singhashan (Part..2)

Click here to read part..1 मैं एक अदना सा इंसान, सदियों से मेरी एक उलझन,रोटी,कपड़ा और मकान, मैं एक अदना सा इंसान। कर देकर भी मुक्त हुए ना, हम सब पहली बार, कोड़ों की बरसात हुई थी, हम पर पहली बार, नंदबंश का राजा था वह, धनानंद था नाम, मानव को मानव ना समझा, मुश्किल […]

Posted in PoliticsTagged 16 Comments on Insan aur Singhashan (Part..2)

Insan aur Singhashan(Part.1)

मैं एक अदना सा इंसान, जग में मेरी क्या पहचान, मेरी सदियों से एक उलझन, रोटी,कपड़ा और मकान,मैं एक अदना सा इंसान। राजतन्त्र या लोकतंत्र हो, या हो खेल सिंघासन का, जाति,धर्म या देश की सीमा, या हो खेल बिभाजन का, बातें सब ये बहुत बडी है, सदियों से इससे अनजान,मैं एक अदना सा इंसान। […]

Posted in PoliticsTagged 24 Comments on Insan aur Singhashan(Part.1)

SOCH/सोच

Image Credit :Google मुल्क वही इंसान वही,एक शोषित एक शासनकर्ता, बीत गयी सदियाँ फिर भी,ना हम बदले ना तुम बदला। जंग लड़े हैं हमने कितने,भूख कभी बिमारी से, देख रहे थे मरते बच्चे,बेबस और लाचारी से, बच्चों के हालात बदलने,सोच लिया रण में जाना, भूख से मरने से बेहतर है,गोली खाकर मर जाना, कब सुधरेगी […]

Posted in Politics63 Comments on SOCH/सोच

Bibas Insaan

हम कलि हैं बचा लो चमन के तेरे, वरना खिलने के पहले बिखर जाएंगे, हम भी हैं इस जहां की तुम्हारे वतन, तेरे क़दमों में सिर अपना रख जाएंगे ।। बस करो जातियों में ना बांटों हमें, धर्म का पाठ अब ना पढ़ाओ हमें, एक धरा,एक वतन,एक इंसान हम, प्रेम की हम किरण प्रेम की […]

Posted in PoliticsTagged 18 Comments on Bibas Insaan