DEEPAK KI AWAZ/दीपक की आवाज

मैं जलता जग रौशन करता, दुनियाँ मुझको दीपक कहता, जब तक तेल दिए में होती, मैं बाती संग जलते रहता, क्या मुझ सा तुम जल पाओगे,दुनियाँ रौशन कर पाओगे, बोलो ऐ इंसान स्वयं क्या मुझ जैसा तुम बन पाओगे? क्यों नफरत का म्यान बना है, इंसाँ से हैवान बना है, बदल धर्म की परिभाषा को […]

Posted in Dharm-Parampra, RAMAYANTagged 30 Comments on DEEPAK KI AWAZ/दीपक की आवाज

AYODHYA PRABHU RAM KI/अयोध्या प्रभु राम की ।

Image Credit : Google जगमग पुनः अयोध्या देखा, दीपक संग जलते दिल देखा, देखे तेरे अश्क नयन हम संग संग तेरे रोते मेरे राम जी, कह दो कहाँ गए सब न्याय टाट में,खुद गुमशुम क्यों सोते मेरे राम जी। ये कैसा कलियुग है आया, अवधपुरी क्या रंग दिखलाया, जिस धरती का नाम राम से, वहीं […]

Posted in RAMAYANTagged 32 Comments on AYODHYA PRABHU RAM KI/अयोध्या प्रभु राम की ।

AYODHYA/अयोध्या

Image Credit : Google वर्षों से प्रभु राम जहाँ दिन-रात गुजारे टाट में, वाह रे भारत के वासी हम सोते कैसे ठाट में। इक्ष्वाकु की आन अयोध्या, रघुकुल की अरमान अयोध्या, स्वर्ण लंक को त्याग दिया उस प्रभु राम की जान अयोध्या, जिसका ना दुश्मन दुनियाँ में, नफरत ना जिसको दुनियाँ में, बरसाता जो प्रेम […]

Posted in RAMAYANTagged , 54 Comments on AYODHYA/अयोध्या

ISHWAR SATYA HAIN..3

Follow my writings on https://www.yourquote.in/madhusudan_aepl #yourquote Click here to read part..2 जबतक दीपावली मनानेवाले लोग होंगे तबतक प्रभु राम होंगे, जब दीपावली मनानेवाले लोग नहीं होंगे तब भी प्रभु राम होंगे, जब वे मानव रूप में आये थे तब भी कुछ लोग उनको नहीं समझ पाए, अब इस कलियुग में प्रभु राम आ भी जाएँ […]

Posted in RAMAYANTagged 13 Comments on ISHWAR SATYA HAIN..3

Rawan/रावण

Cont Part ..3 Image Credit: Google बिशेश्रवा का पुत्र,पुलत्स्य का पौत्र, ब्राम्हण कुल जन्मा,ब्रम्हा का परपौत्र, जहाँ में कौन जो इस नाम से अनजान है, रावण जिसका नाम ही उसकी पहचान है।। संगीतबद्ध किया वेदों को, नाम था रावण, परमभक्त शिव का, उसका नाम था रावण, महापराक्रमी,शास्त्रों का प्रखर ज्ञाता, जो महाज्ञानी कहलाया, नाम था […]

Posted in RAMAYANTagged 32 Comments on Rawan/रावण

ISHWAR SATYA HAI..2

Follow my writings on https://www.yourquote.in/madhusudan_aepl #yourquote Click to read part..1 रामायण किसी के लिए दो राजाओं का एक स्त्री के लिए किये जानेवाले युद्ध से सजी एक ऐतिहासिक किताब मात्र है, तो किसी के लिए नर रूपधारी भगवान श्रीराम के लीला से परिपूर्ण समस्त प्राणियों को सत्यमार्ग दिखलानेवाला एक पवित्र और अमूल्य ग्रन्थ। जो भी […]

Posted in RAMAYANTagged 14 Comments on ISHWAR SATYA HAI..2

ISHWAR SATYA HAI..1

जो दिखता है वही सत्य, एवम न दिखनेवाली वस्तु असत्य कैसे, आसमान में तो अनगिनत तरंगे विद्यमान है मगर हम उन्हें देख नहीं पाते, इसका मतलब ये तो नहीं कि तरंगे नहीं हैं, अगर टीवी,रेडियो नहीं होते तो हम ज्ञानी शायद उसे भी नकार देते, ज्यादा ज्ञानवान लोग हर चीज का प्रमाण माँगते हैं चाहे […]

Posted in RAMAYANTagged 13 Comments on ISHWAR SATYA HAI..1