कुछ बातें
दबकर दिल में रह जाती है बात,बहुत कुछ कहने को,बनकर आए जो हमराज,निभाने जीवन भर का साथ,वही जब पढ़ ना सके इन आँखों के जज्बात,बचा क्या कहने को,दबकर दिल में रह जाती है बात,बहुत कुछ कहने को।कलतक जिनके प्राण हमीं शहजादे थे,कोरे सारे कसमें झूठे वादे थे,दिए जो खुशियों की शौगात,दिए वे ही मातम की […]