ADI GURU SHANKRACHARYA/आदिगुरु शंकराचार्य
सागर को गागर में भरना,मुश्किल कैद गगन को करना,नामुमकिन तारों को गिनना,मैं गिनकर दिखलाऊँ कैसे,परमपूज्य गुरु आदि शंकराचार्य की कथा सुनाऊँ कैसे।गांव कालड़ी,केरल का वहब्राम्हण का कुल धन्य,धन्य धरा वह माटी जिसपरहुआ गुरु का जन्म,हर्षित माँ आर्यम्बा,शिवगुरु पिता,संग पेरियार नदी,उस बालक से अनजाना जग,मगर नही अनजान महि,हर्षित ऋतु,प्रभंजन कैसे,वन हर्षित उपवन तब कैसे,कैसा हर्षित व्योम […]