PUKAAR/पुकार
हे माँ मेरी सर्वेश्वरी,गौरी,सती,कात्यायनी,हे माँ भवानी,अम्बिका,हे दक्षयज्ञविनाशिनी,माँ कर रहे हैं गुहार सुन,माँ बेबसी,चीत्कार सुन,सुन जन पड़े असहाय,बेबस,दुर्गे कष्ट-निवारिणी,कर दूर तम-अज्ञान का,वर दे हमें सुखदायिनी।माँ देख नित चहुँओर दंगे हो रहे इंसान में,अंतर दिखा लड़ते सभी अल्लाह और भगवान में,जब रब अजन्मा जग रचयिता,जंग क्यों जब है वही,किसकी विरासत के लिए फिर द्वंद्व हैं करते सभी,माँ […]