YE KAISI NAFRAT/ये कैसी नफरत

शारीरिक बीमारी का इलाज सम्भव,मन की विकृति को मिटाए कौन?जब नफरत भरा दिल में,उसे प्रेम का दरिया दिखाए कौन?एक आँधी सी चली है जमाने में,कमियाँ ढूँढनेवालों की,ऐसे बुद्धिजीवियों को खूबियाँ दिखाए कौन?मुमकिन है अँधों को भी राह दिखाना,जो आँखें बंद कर ले उसे डगर दिखाए कौन?विश्व को जगाता रहा ज्ञान के प्रकाश से,घर में बैठे […]

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SAMAANTA/समानता

एक किसान था जिसका नाम था हरखू। विरासत में उसे तीन एकड़ जमीन मिली थी जिसपर वह खेती कर किसी तरह अपना जीवन यापन करता था। उसके दो बेटे थे, जिसे किसानी के बल पढ़ा लिखाकर ऑफिसर बनाने का ख्वाब देखा करता था। उसने दोनों की पढ़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी । घर में […]

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MAIN BHI INSAN HUN/मैं भी इंसान हूँ

Image Credit :Google ना मैं हिन्दू,ना मैं मुसलमान हूँ, मुझे टुकड़ों में मत बाँटो, मैं कुछ भी नहीं, मैं एक इंसान हूँ,मैं भी इंसान हूँ। कितना संघर्ष किया था, सोचा था खुशियाँ आएगी, राजतंत्र के जाने से, जातियां होगीं पर जातिवाद ना होगा, लोकतंत्र के आने से, मगर बदला क्या, कल भी धरती रोती थी, […]

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Daldal si Rajneet

कैसी है आजादी जहाँ,आज भी बिबसता है, दलदल बना जाति,धर्म रोज कोई मरता है।।   कहीं छुआ-छूत आज, दंगा कही धर्म का, बीते कई दशक मिला,मरहम नहीं मर्ज का, ज्ञान है अपार कोई बेच रहा साग है, बेजुबान प्राणियों सा बुरा उसका हाल है, कैसी सरकार चली देख धनानंद की, राजतंत्र लौट गयी देख परमानंद […]

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