VISTHAPIT/विस्थापित

साथ चले थे,साथ लड़े थे,आजादी के ख्वाब जगे थे, मगर धर्म के आड़ में जिसने वतन हमारा तोड़ दिया, आज उसी का साथ निभा विश्वास हमारा तोड़ दिया। कल की दहशत भूल गए तुम,दर्द हमारा भूल गए तुम, पुनः धर्म का पहने चश्मा,प्रेम हमारा भूल गए तुम, याद करो तुम कल की बातें,थी कैसी तब […]

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DHARM AUR DESH/धर्म और देश

Image Credit : Google वतन ने लाखों शासक देखे, सरहद नए सिंघासन देखे, जब-जब धरती चीख उठी फिर, धर्म के ऊँचे आसन देखे, देखा है धर्मांध गरजते, धर्म के पाँव ना कभी उखड़ते, रावण,कंस,हिरणकश्यप को, देखा है किस हाल में मरते, देखा सरहद घटते,बढ़ते,शासक की शमशीर से, मिट गए धर्म मिटाने वाले दुनियाँ की तस्वीर […]

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