Click here to read part..1 Image Credit : Google जब रूठा तू मुझे मनाती, गिरता जब भी मुझे उठाती, टूट गया तूँ छोड़ गई,कैसे खुद को समझाऊँ, बोल बता अब मेरे साथी, कैसे उम्र बिताऊं। जीवन से लड़ते मैं आया, हार कभी ना माना था, तेरे कारण ही सागर से, बचकर वापस आया था, घर आने की चाहत ...