PATA NAA CHALA/पता ना चला।

ख्वाब कब अपने,अपनों के हो गए,पता ना चला।फिक्र में उन्ही के,कब जीवन ये ढल गए,पता ना चला।जीवन सफर में रहे दौड़ते हम,कदम कब रुके,पता ना चला।मालूम बुढ़ापा आना था एक दिन,बूढ़े हुए कब,पता ना चला।थी अपनों की बस्ती,बुलंदी पर जब थे,अकेला हुए कब,पता ना चला।अकेला हुए कब,पता ना चला।!!!मधुसूदन!!!

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MAUN/मौन

मौत अटल मरना है निश्चित, इससे सच्चा मीत नहीं, मगर मौत आने से पहले, इतनी चुप्पी ठीक नहीं| आ जो लम्हा शेष सफर का, हँसकर उसे गुजारे हम, मेरे यारा,मीत हमारे, जीवन सफल बना ले हम, नित्य रात फिर दिन होता है, सूर्य उदित होता छुपता है, यही सत्य है इस दुनियाँ का जीवन का […]

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वक्त बदलता है।

धीरे-धीरे मौसम बदलता,धीरे-धीरे लोग,कुछ भी यहाँ स्थिर नही,फिर किस बात का शोक।माना कल जो आज नही,जो आज रूबरू कल ना होगा,माना है तम आज चतुष्कोण,निश्चित तिमिर ये कल ना होगा,होगा फिर जयगान यहाँ पर,तेरा फिर गुणगान यहाँ पर,होगा निश्चित उदित भानु,दीप्ति होगी चहुँओर,कुछ भी यहाँ स्थिर नही,फिर किस बात का शोक।सूर्य भी उगता नित डूब […]

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JINDGI KE JAAL MAIN /जिंदगी के जाल में।

जिंदगी के जाल में,जिंदगी के जाल में,खुद लिखेंगे भाग्य जब भी होंगे विकटकाल में,जिंदगी के जाल में।ये जिंदगी है एक सफर,क्या पता कहाँ बसर,ये चलते चले पग निडर,ना पूछ चल पड़े किधर,कहीं सुगम डगर कहीं,मुशीबतों के तुंग थे,कभी भँवर के बीच कभी,जश्न के समुद्र थे,मैंने कई बार गिरा,गिरकर उठना है सीखा,वो बना यहाँ महान,उसकी होती […]

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MAA AUR JINDGI/माँ और जिंदगी

जितना समझा,कम रहा,बस इन्हीं बातों का गम रहा,न जाने कितने तूफान आए,न जाने कितने पर्वतराहों मेंचक्रवात आए,मगरसदैव आगे बढ़ता रहा,तेरे हौसले,जिद्द मेंपल-पलनिखरता रहा,सबकुछ लुटा दी,मेरे एक मुस्कान पर,कितना समझाया तूनेहर गलत बात पर,ऐसे ही नही हर बार मझधार से निकलता रहा,सवाल कैसा भी होउलझतामगर हल करता रहा,सफल समझा सबने हमें,मगर आज भीस्वयं को मैंअनुतीर्ण समझता […]

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Arthahin/अर्थहीन

दुख-सुख,हानि-लाभ,रूठते-मनाते,रोते,मुस्कुराते,चलता रहा वक़्त,चलते रहे हम,जैसे सूरज,सारी जिंदगी दहकते रहे हम,मगर इस आपाधापी में भूल गएउस डूबते सूरज को देखकर भी कि,एक दिन हमें भी रुकना है,हमें भी  डूब जाना है,कदम अग्रसर उसी ओरसजकर तैयारडोला भी,प्रतीक्षारत।वाह रे जिंदगी!क्या खोए,क्या पाएखोए रहे इसी में उम्र भर,इससे दूर स्वयं को हटा ना सके,अर्थहीन नही ये जीवन,इतना खुद को […]

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KIRDAAR/किरदार

दुनियाँ रंगमंच और हम किरदार हैं, इशारे का निदेशक के करते इंतजार हैं, रंगमंच सज चुका पर्दा खुला द्वार का, पाठ मिला था सभी को प्रेम और त्याग का, पटकथा उलट दिए,छल,कपट भर दिए, था भरोषा रब को हमने छल उसी से कर दिए, जंग हुआ मंच पर भागदौड़ मच गई, पटकथा थी प्रेम की […]

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JINDGI TUN KAUN MAIN KAUN HUN

Image Credit : Google जिंदगी तूँ कौन है मैं कौन हूँ बतला मुझे, है कहाँ मेरा ठिकाना ये जरा समझा मुझे। जब से पाया पाँव मैं चलता रहा बढ़ता रहा, विघ्न कितने रास्तों में आए मैं लड़ता रहा, मिल गयी मंजिल मगर फिर क्यों उदासी साथ में, जश्न छाया चंद पल फिर क्यों वीरानी पास […]

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Jindagi 

Image Credit : Google ऐ जिंदगी कितनी छोटी,कितनी हँसीन है तूँ फूलों से भी नाजुक और कमसिन है तूँ, सहजता से जिया तुझे बचपन से अभी तक, होठों की मुश्कान तूने बिखेरा है जमीं पर, खुशियाँ बहुत है,आसमाँ क्यों दिखाते हो, बचपन के जाते नई जहाँ क्यों दिखाते हो, बहुत ही हँसीन है तू ऐ […]

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