MAA/माँ

आज मशीनी युग,कल ढेकी,चक्की का दौर,हुक्मउदूली ना हो जाए,दौड़ती चहुँओर,वैसे तेरे ममत्व,वात्सल्य,त्याग की तुलना बेमानी है,मगर जो मेरे आँखों के सामनेचलचित्र की भांतिदौड़तीउसकी दास्ताँ पुरानी है,आज डायपर,बिजली पंखों का काल,कल भींगे बिस्तर और ठिठुरन भरी रात,न जाने कितनी रात तुम जागकर बिताई होगी,सूखे बिस्तर पर हमें सुलाकर,न जाने कैसे,गीले बिस्तर पर तुझे नींद आई होगी!बचपन,जब […]

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MAA/माँ

माँ, तूँ पास ना होकर भी समीप है,कैसे कहूँ तूँ कितना करीब है,जब भी कोई दुख होता,सह लेते,ये सोचकर कि तुम दूर होमगर हो तो सही,एक आवाज,और दौड़ी चली आओगी,माँ,पता है,आज मदर डे है,तुझे याद करने का दिन!हमें नही पता ये दिन किसने बनाए,हमें ये भी नही पता,वो कौन सा क्षण जब हम तुझे भूल […]

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MAA-BAAP/माता-पिता

Image Credit :Google खुश हूँ,गौरवान्वित भी, आप हैं तो आशान्वित भी, आपसे ही नाम मेरा, आपसे पहचान है, आपसे ही आज मुझको, मिल रहा सम्मान है, आप हैं तो सोच कुछ ना,बे-फिकर,बिंदास मैं आप हैं तो पँख मेरे,छू रहा आकाश मैं, आप बिस्तर पर पड़े, देहरी का फिर भी शान हो, हे पिताजी आप मेरे […]

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MAA/माँ

इंसान अपने संग जुड़े सभी लोगों की आकांक्षाओं एवं उम्मीदों को पूरी करने में सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर देता है फिर भी इस दुनियाँ में कोई खुश नहीं होता, सबकी आशा,उम्मीदें एवं शिकायतें निरंतर बढ़ती जाती है, मगर इन सबों के बीच एक रिस्ता ऐसा भी है जिसे हमसे कोई शिकायत नहीं, अगर होती भी […]

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Rishtey

जब से है दुनियाँ जब से है हम, हमसे है रिश्ते रिश्तों से हम, हम से ही बनते बिगड़ते हैैं रिश्ते, किसको कहें कैसे मिटते हैं रिश्ते, दिमाग से बने रिश्ते कभी टिकटे नहीं, दिल से बनें रिश्ते कभी मिटते नहीं, वैसे तो मिटानेवाले कुछ भी मिटा देते हैं, दूध का कर्ज,माँ का दर्द भुला […]

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