HOLI/होली

एक दौर था अभावों का,तब पकवान बामुश्किल बनते,और रंग खरीदने को पैसे भी कम थे,मगर होली का रंग कैसा? ये मत पूछना,बस उमंग ही उमंग थे, रंग ही रंग थे।तब बनती थी दोस्तों की टोलियाँ,टूट पड़ते उनपर जो छुपते,शर्माते,नजरों से बचना नामुमकिन,कौन ऐसे जो कोरे रह जाते,तब बजते ढोलक,झाँझघर-घर होली गाते,माना अभावों का दौर थामगर […]

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Happy Holi

“Image Credit :Google “गालों से ज्यादा हथेली ये लाल है, होली में कितनों का ऐसा ही हाल है, दिल क्या करे बेबसी उसकी कैसी, हँसते नयन फिर भी दिल में मलाल है, कहीं पर गाल है कहीं पर गुलाल है। नाचे है मनवा ख़ुशी चहुओर, रंगों से कोई हुआ सराबोर, किसी के झरोखे पर कोरा […]

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Katha Bhakt Prahlad ki

Image Credit : Google. है राह कठिन पर सत्य प्रबल,पर्वत भी शीश झुकाता है, इंसान चला गर सत्य के पथ,रब बेबस चलकर आता है। ब्रम्हा से वर को प्राप्त किया, एक राजा नाम हिरणकश्यपु जनता के बीच उद्घोष किया, खुद को ही मान लिया स्वयंभू, जन-जन उसको भगवान कहे, आह्लादित वह शैतान हुआ, था झूठ […]

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SANNAATAA/सन्नाटा

Image Credit : Google मंजर की महक,आम के टिकोरे, फूलों की खुशबू,वसन्त के हिलोरे, वो झूले वो पीपल की छाँव कहाँ है, कभी छोड़ आए जन्नत वो गाँव कहाँ है। जहाँ मीठी सी भोर जहाँ मस्ती की शाम, कभी पीकर मतंग भंग गाते थे गान, जहाँ गलियों में रंग,जहाँ बजता मृदंग, फाग गाते थे उड़ता […]

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