कारागृह में जन्म लिया,उसकी हम कथा सुनाते हैं,
कृष्ण,कन्हैया,गोवर्धन भगवान की गाथा गाते हैं।
गोकुल में है जश्न,
नंद के घर में लल्ला आया है,
मातम कारागृह में छाया,
कंस द्वार पर आया है,
सात-सात संतानों को,
कैसा मामा जो मार दिया,
अष्टम उसका काल है जन्मा,
आहट उसने जान लिया,
गोद मे एक नवजात लिए,
देवकी थी कैदी बिलख रही,
अट्टहास,गर्जन करता,
पापी पर कोई फर्क नहीं,
छीन लिया बच्चे को पल में,
पत्थर पर दे मारा था,
मगर छिटक हाथों से शिशु ने,
आसमान में भागा था,
रूप बालिका माया बोली,
मूर्ख मुझे क्या मारेगा,
जन्म लिया गोकुल में,
तेरा काल तुम्हें वह मारेगा,
कंस हुआ भयभीत चलें गोकुल में जश्न मनाते हैं
कारागृह में जन्में उस भगवान की गाथा गाते हैं।
नंद के घर आनंद मची है,
मात यशोदा हर्षित है,
नगर बना है नंद हवेली,
देख लाल सब पुलकित हैं,
जश्न मनाते ग्वाल-बाल सब,
नर-नारी सब झूम रहे,
देव रूप नर दिया बधाई,
नंद मगन मन झूम रहे,
जिसने देख सका ना कान्हा,
ब्याकुल, रूप अलौकिक सुन,
जिसने देखा रूप प्रभु का,
नाच रहे बिन बाजे धुन,
स्वर्ग बना गोकुल चल हम भी,जन्म की खुशी मनाते हैं,
कारागृह में जन्में उस भगवान की गाथा गाते हैं।
!!! मधुसूदन !!!
aruna3 says
Bahut sunder pics he bal krishna ka.
Madhusudan Singh says
Dhanyawad apka.
aruna3 says
Welcome,dear!!
aruna3 says
Bahut sunder varnan kiya he aapne.
Madhusudan Singh says
Sukriya apka pasand karne aur sarahne ke liye.
aruna3 says
Most welcome,dear!!
Rekha Sahay says
बार बार पढ़ी सुनी फिर भी नई लगती कान्हा कथा बड़ी अच्छी लगी.
Madhusudan Singh says
उनकी कथा ही ऐसी है।धन्यवाद आपका।
singhnilam15 says
Khubsurat post.
katakshh says
Sunder rachna…
Madhusudan says
Dhanyawaad apka…
रंगबिरंगे विचार(विमला की कलम) says
कृष्ण जन्म का अद्भुत शब्दो मे वर्णन किया है । बहुत अच्छा
Madhusudan says
Sukriya apkaa….pasand karne aur tarif ke liye……