राम राज्य मतलब सबकी आवाज/Ram Rajya Matlab Sabki Awaaz
राम राज्य की बहुत सुन लिया,उसको लाना होगा,
बातों से ना काम चलेगा, काम दिखाना होगा |
देख प्रेम आंखों में तेरी ,सबने तुमको मान दिया,
हिन्दू,मुस्लिम,सिख,ईसाई सबने है सम्मान किया,
जाति-धर्म से ऊपर उठ एक स्वर में यु.पी. बोल उठा,
मोदी-मोदी, योगी-योगी से भूमंडल डोल उठा,
जाग उठी जन-जन की आशा उसे निभाना होगा,
राम राज्य की बहुत सुन लिया,उसको लाना होगा ||
देख तेरे प्रदेश की हालात क्या कर दी रखवालों ने,
चोर-सिपाही मिल मानव का क़त्ल किया चौराहों पे,
कहीं पे बिधवा सिसक रही, बहनो का चलना मुश्किल है,
जश्न रहा रखवालों का, हर-जन को रोटी मुश्किल है,
उम्मीदों का बोझ बड़ा अब तुम्हे दिखाना होगा,
राम राज्य की बहुत सुन लिया,उसको लाना होगा ||
जात-पात और धर्म ना जाने, उसको योगी कहते हैं,
दीन-हीन के दर्द को समझे, योगी उसको कहते हैं,
वैसे तो हम बालक,नारी,योगी के हठ जाने हैं,
फिर भी जो घर छीन लिया, हमें उसकी याद दिलाने हैं,
हक़ छीना वह गैर नहीं, ना उससे कोई लड़ाई है,
वापस कर दे घर मेरा, जिसपर वह आँख लगाई है,
दुर्योधन सा वह ऐठ रहा , अब उसे हटाना होगा,
राम राज्य की बहुत सुन लिया,उसको लाना होगा ||
!!! मधुसूदन !!!
Ram Rajya
Ram rajya ki bahut sun liyaa, usko laanaa hoga,
Baton se naa kaam chalega, kaam dikhaana hoga.
Hindu, muslim, sikhh, isaayee sabne mil sammaan kiya,
Desh men modi rajya men yogi ka uttam gungaan kiyaa,
Jaati dharm se upar uth UP ek swar men bol uthaa,
Modi-modi, yogi-yogi se bhumandal dol utha,
Jaag uthi jan-jan ki ashaa use nibhaana hoga,
Ram rajya ki bahut sun liyaa, usko laanaa hoga.
Dekh tere Pradesh ki haalat kyaa kar di rakhwaalon ne,
Chor-sipaahi mil manav ka katla kiyaa chauraahon pe,
Kahin be bidhwaa sisak rahi, bahnon ka chalna muskil hai,
Rakhwaalon ka jashn raha har jan ko roti muskil hai,
Ummidon ka bojh bada ab tujhe ghataana hoga,
Ram rajya ki bahut sun liyaa, usko laanaa hoga.
Jaat-paat aur dharm naa jaane yogi usko kahte hain,
Din-hin ke dard ko samjhe yogi usko kahte hai,
Waise to ham baalak, naari, yogi ke hath jaane hain,
Phir bhi jo ghar chhin liyaa hai uski yaad dilaane hain,
Haque chhina hai gair nahi, naa koyee hamen ladaayee hai,
Waapas kar de ghar mera jispar wah aankh lagaayee haai,
Baith gaye hain ghar par mere, unhen bataana hoga,
Bair nahin duryodhan se par, usey bhagaana hoga,
Baton se naa kaam chalega, kaam dikhaana hoga,
Ram rajya ki bahut sun liyaa, usko laanaa hoga,
!!! Madhusudan !!!
Bahut badhiya sir
Thank you
बहुत अच्छे लिखे है मधुसूदन जी लिखते रहिये😊😊😊🙏🙏🙏
धन्यवाद कुमार जी
🙏🙏
जबरदस्त , शानदार कविता , आपकी कविता ने दिल छू लिया 👍👌
आपकी कविता पढ़ा और आपके ही शब्द को उलट पलट दिया और कुछ नहीं
बहतरीन लिखा है जनाब , आपकी कविता ने मेरी कविता का रंग फीका कर दिया 🤗🤗🤗🤗🙏
हाहाहा अजय भाई रँग फीका ना हुआ बल्कि और निखर गया है कि मधुसूदन जी ने ,आपकी कविता को नया जामा पहनाया है
हा हा हा , सही बात है आपकी , अब थोड़ा बहुत मजाक का हक तो बनता है 😊😊😊😊
जी भाई अब आप मज़ाक न कीजियेगा तो कौन करेगा….😊😊😊
🙏🙏🙏🙏🙏🌹🤗🙏
जैसे भी हो मुद्दा तो आपने ही दिया
ठीक कहा आपने
जी मधुसूदन जी 😊😊😊🙏🙏
धन्यवाद अजय जी —- आपकी प्रेरणा देनेवाली कविता स्याही का काम किया है, फिर फीकी कैसे- हो सकती है -? रंग तो उसी का चढ़ा है।
हा हा हा , सही बात है आपकी 😊😊😊
धन्यवाद
अच्छा लिखा हे लिखतें रहें आप मधुसूदन जी
धन्यवाद
बुरा न मानना किसी बात का मधुसूदन जी
क्या बात करते हैं ———
🤗🙏🙏🙏