BIRTHDAY/शुभकामनाएं।
जब थे सभी साल की अंतिम विदाई में व्यस्त,
तभी थी कोई धरती पर आने को व्यग्र,
तब किसे पता था कि वो
जो आनेवाली है
इतनी नटखट,
इतनी हंसमुख,
और इतनी बातूनी होगी,
तब किसे पता था कि वो ऊपर से जितनी खुबूसरत,
उससे कही अधिक खूबसूरती
उसके अंदुरूनी होगी,
जिसके होने मात्र से
पतझड़ भी बन जायेगा बहार,
जिसके होने से उपवन जैसा
लगने लगेगा परिवार,
जिसकी बातें कभी गुदगुदाती,
कभी सोचने पर विवश कर जाती,
जिसका इंतजार करते सभी अपने,सभी मीत,
जिसके होने मात्र से ही बज उठते संगीत,
अरे वो कोई और नहीं,बल्कि अपनी ही है प्रीत,
अरे वो कोई और नहीं,बल्कि अपनी ही है प्रीत।
उसके जन्मदिन पर मैं भी दुआएं बारंबार करता हूं,
वो जहां भी है खुश रहे,ईश्वर से यही फरियाद करता हूं।
!!!मधुसूदन!!!
उल्हासमयी अभिव्यक्ति
Bahut bahut dhanyawad apka.