CHETAK/चेतक
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कोटि प्रयास करने के बावजूद घायल चेतक के नहीं उठ पाने पर बिलाप करते राणा-–
हाय चेतक मेरे मुझसे बिन कुछ कहे,
कैसे दुनियाँ से तुम जा रहा है,
देख मुझको जरा,क्या हुआ है दशा,
दर्द कितना दिए जा रहा है,
कैसे दुनियाँ से तुम जा रहा है।।
जख्म अस्सी बदन पर सदा ही रहे,
जिंदगी में मगर आह तक ना किए,
शेर के आँख से भी उमड़कर,
आज सागर बहा जा रहा है,
दर्द कितना दिए जा रहा है।।
बिन तुम्हारे ये राणा बिखर जाएगा,
तेरे बिन दो कदम भी ना चल पाएगा,
खोल आँखें जरा,ना तूँ मुझको रुला,
रूठकर तूँ कहाँ जा रहा है,
दर्द कितना दिए जा रहा है।।
एक वे जो धरा संग दगा कर रहे,
एक तुम फर्ज अपनी अदा कर रहे,
मूक तुम बेजुबाँ,श्रेष्ठ तुमसा कहाँ,
तेरी कीर्ति जहाँ गा रहा है,
दर्द कितना दिए जा रहा है।।
बीस फिट का गहरा नाला,चेतक तड़प गया था,
राणा हुए सुरक्षित पर खुद चेतक तडप रहा था,
देख दशा चेतक की राणा की निकली थी जान,
बिलख रहे राणा गर्जन से डोल रहा चट्टान |
!!!मधुसूदन!!!
haay chetak mere mujhase bin kuchh kahe,
kaise duniyaan se tum ja raha hai,
dekh mujhako jara,kya hua hai dasha,
dard kitana die ja raha hai,
kaise duniyaan se tum ja raha hai.
jakhm assee badan par sada hee rahe,
jindagee mein magar aah tak na kie,
sher ke aankh se bhee umadakar,
aaj saagar baha ja raha hai,
dard kitana die ja raha hai..
bin tumhaare ye raana bikhar jaega,
tere bin do kadam bhee na chal paega,
khol aankhen jara,na toon mujhako rula,
roothakar toon kahaan ja raha hai,
dard kitana die ja raha hai.
ek ve jo dhara sang daga kar rahe,
ek tum pharj apanee ada kar rahe,
mook tum bejubaan,shreshth tumasa kahaan,
teree keerti jahaan ga raha hai,
dard kitana die ja raha hai..
bees phit ka gahara naala,chetak tadap gaya tha,
raana hue surakshit par khud chetak tadap raha tha,
dekh dasha chetak kee raana kee nikalee thee jaan,
bilakh rahe raana garjan se dol raha chattaan.
!!! Madhusudan !!!
सांची बात ह कलम री धार तलवार री धार सू भी तेज होव ह!
माई ऐडा पूत जण जेडा राणा प्रताप ! अकबर
जजके ऊँघ में जान्ने सिराने सांप!!
वो भारत! कि आन बान और शान का प्रतीक है स्वाभिमान तो उनमे कुट कुट कर भरा हुवा था! आज भी उनका नाम लेने से विरो कि बाहें फडकने लग जाती हैं
नमन हैं उनकी विरता और साहस को
bahut bahut dhanyawad aapne padha aur apne uttam abhivyakti byakt ki……punah abhaar apka.
बहुत सुंदर लिखी है 👍
धन्यवाद् आपने पसन्द किया और सराहा।