BULLDOZER/बुलडोजर
किसी का आलीशान मकान,किसी का चमकता दुकान, किसी का अम्बर ही छत,किसी का फुटपाथ ही सब, जो देता दो वक्त की रोटी,जो करता जुगाड़, बिटिया की शादी का,पढ़ाई का,दवाई का, जहाँ खो गया जीवन जिसका होकर, वो फुटपाथ रह गया आज,सिर्फ सियासत का ग्रास होकर, जिधर देखो उधर सिर्फ चलते बुलडोजर। देश कर रहा तरक्की, […]