Shubhkamnayen/शुभकामनाएं

वो बातूनी है,बड़े दिलवाला भी,कलम का धनी,सबका दुलारा भी,सदैव हंसने,हंसाने वाला,जरूरत पर सबका साथ निभानेवाला,किसी अपरिचित को भीअपना बना लेने का हुनर उसमें,एकसूत्र में बांध रखने का निपुणता उसमें,उससे मिलते ही मिट जाते हैं गम सारे,हर्षित,गौरवान्वित हैं मिलकर उससे हम सारे,बिन फूलों के जैसे कोई बाग,वैसे ही वगैर उसके writer’s परिवार,उसे कोई shanky कहता कोई […]

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KEWAL SIYASAT/केवल सियासत

जहाँ भी देखा वहीँ सियासत,तख्त,ताज में उलझे शासक,इनका कब ईश्वर से नाता,इनको सिर्फ सियासत भाता,मजहब-मजहब से लड़वाते,जाति-जाति में भेद कराते,कोई रंग हरा लहराता,कोई केसरिया दिखलाता,सबको केवल अस्त्र समझते,हम रोते जब, तब ये हँसते,इनके कब थे नेक इरादे,हम तो थे पहले से प्यादे,ढोंग है अल्लाह,ईश इबादत,इनका केवल धर्म सियासत|!!! मधुसूदन !!!

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BULLDOZER/बुलडोजर

किसी का आलीशान मकान,किसी का चमकता दुकान, किसी का अम्बर ही छत,किसी का फुटपाथ ही सब, जो देता दो वक्त की रोटी,जो करता जुगाड़, बिटिया की शादी का,पढ़ाई का,दवाई का, जहाँ खो गया जीवन जिसका होकर, वो फुटपाथ रह गया आज,सिर्फ सियासत का ग्रास होकर, जिधर देखो उधर सिर्फ चलते बुलडोजर। देश कर रहा तरक्की, […]

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MAA-BAAP/माँ-बाप

एक दौर था जब थकान किसे कहते मालूम नही था। कदम चलते नही,उड़ते थे। बाईस,तेईस की उम्र तब मैं दिल्ली में था। जहाँ एक वाक्या हुआ जिसने जीवन के कई सवालों के जवाब दे गए। मैं वहाँ किसी कम्पनी में काम करता था जहाँ हम नौजवानों के बीच लगभग एक साठ वर्ष के बुजुर्ग को […]

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