Safar Jindagi ka
Image credit: Google मुशाफिर मैं समंदर का,समंदर मेरी जान है, लहरों से टकराकर ही बनी,मेरी ये पहचान है, लड़ना ही है जन्दगी,नहीं डरता मिट जाने से, पर बिबस,ठिठकता हूँ बीच समंदर जाने से। वो दूर चिढ़ाता है तूफान,तट पर मैं मौन खड़ा हूँ, अपनी मजबूरी की चादर में खुद ही सिमट रहा हूँ, क्या कहें […]