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आर्य-द्रविड़ की धरती भारत,
सोने की चिड़ियाँ थी भारत,
पड़ी विश्व की नजर कथा उस जम्बूद्वीप की गाता हूँ,
रौंद दिया सभ्यता उसी भारत की हाल सुनाता हूँ|२
कर्मप्रधान धरा भारत की,
जिसको माँ हम कहते हैं,
जहां जन्म लेने को ईश्वर,
भी लालायित रहते हैं,
मीठे जल-नद,पर्वत,सागर,
हरे-भरे वृक्षों का भारत,
रमणीक धरा स्वर्ग सी,भारतवर्ष पर शीश झुकाता हूँ,
रौंद दिया सभ्यता उसी भारत की हाल सुनाता हूँ|२
पर्ण कुटीर ऋषि,मुनियों की,
जन्नत के जैसा लगता था,
वेद मंत्र से धरती-अम्बर,
हर पल गुंजा करता था,
यज्ञ-हवन से हर्वि पाकर,
देव जहां गदगद हैं आकर,
उस पावन धरती संग देवों,को मैं शीश झुकाता हूँ,
रौंद दिया सभ्यता उसी भारत की हाल सुनाता हूँ|२
सतयुग,त्रेता,द्वापर गुजरा,
फिर कलियुग आगाज किया,
तब से लेकर अब तक,
ना जाने कितनों ने वार किया,
धन-दौलत ना मात्र निशाना,
सभ्यता,धर्म था उसे मिटाना,
मगर मिटा ना सत्य सनातन का इतिहास सुनाता हूँ,
रौंद दिया सभ्यता उसी भारत की हाल सुनाता हूँ|२
Cont……part..2
!!!! मधुसूदन !!!
ये देश हमसभी जाति,धर्मावलंबियों का है,किसी एक की भी उपेक्षा कर इस देश की कल्पना नहीं की जा सकती और उपेक्षा कोई करे भी क्यों, पूर्व में हमसभी तो आर्य-द्रविड़ ही थे।ये भी देखने में नाम दो है परंतु दोनों एक ही हैं,बस उत्तर में रहनेवाले आर्य और दक्षिणवाले को कालान्तर में द्रविड़ कहा जाने लगा,ततपश्चात हम कई धर्म एवं जातियों में विभक्त हो गए। मेरे तरफ से वहीं से एक कविता लिखने का एक छोटा प्रयास,शायद आप सब को पसंद आये।
Smriti Sneha blog says
प्राचीन भारत की बात ही निराली थी
सोने की चिड़िया था देश ये मेरा
प्रत्येक दिन होली और दिवाली थी।
Madhusudan says
bilkul……sukriya apka.
Smriti Sneha blog says
धन्यवाद आपका
Smriti Sneha blog says
आवश्यकता है नई पीढ़ी को ऐसी कालजयी रचनाओं की
बहुत सुन्दर अभिव्यक्ति
धन्यवाद
Madhusudan says
सुक्रिया अपने पसंद किया और सराहा।
Smriti Sneha blog says
धन्यवाद सर
Rupali says
Umda rachna.
Madhusudan says
Dhanyawad apka..
soniritu470 says
बहुत बढ़िया
Madhusudan says
Sukriya apka..
kumar❣🔊 says
बहुत अच्छा लिखा है सर
सुंदर भावाभिव्यक्ति
Madhusudan says
sukriya Mukanshu ji aapne pasand kiya aur sarahaa.
Rohit Nag says
Beautifully explained sir
Madhusudan says
Thank you very much..
Gouri (Gourav Anand) says
Sanatan dharm !! Hi atal satya hai!!
Madhusudan says
सुक्रिया अपने पसंद किया और सराहा।