KANHA/कान्हा
मैं मानव हूँ क्षुद्र जनम से,ज्ञानेश्वर दो ज्ञान की शक्ति,
हूँ पापी मैं सच जितना उतनी ही सच्ची मेरी भक्ति।
ईर्ष्या,द्वेष,कपट,छल मुझमें,
प्रेम सरोवर भर दो तुम
मैं कान्हा दुर्योधन जैसा,
अर्जुन मुझको कर दो तुम,
मैं हूँ क्षुद्र,नीच,पापी जन,
सब माया तेरी यदुनन्दन,
हे कृष्ण,हरि,कमलनाथ दे,इस माया से हमें विरक्ति,
हूँ पापी मैं सच जितना उतनी ही सच्ची मेरी भक्ति।
तेरा ही सब मैं भी तेरा,
हे गिरिधर कर दूर अँधेरा,
माखन,मिश्री भोग लगाऊँ,
यथाशक्ति मैं तुम्हें सजाऊँ,
किसके क्या तुम नही जानते,
केवल मूरत नही मानते,
हे माधव ना कंस बनूँ मैं,दे मुझको कुछ ऐसी युक्ति,
हूँ पापी मैं सच जितना,उतनी ही सच्ची मेरी भक्ति।
काल तुम्ही कण-कण में तुम,
हे मुरलीधर,गोपाल,चतुर्भुज,
वैसे तो हर युग में तुम हो,
हमें ज्ञात वह द्वापर युग,
मैं अज्ञानी क्या पहचानूँ,
ज्ञानी जब ना जान सके,
कितने तब थे पास खड़े जो
तुमको ना पहचान सके,
तुम राजा हो तुम्ही भिखारी,
तुम शिकार और तुम्ही शिकारी,
तुम सृष्टिकर्ता,सर्वत्र तुम,पाप हरो,निर्गुण विश्वमूर्ति,
हूँ पापी मैं सच जितना उतनी ही सच्ची मेरी भक्ति।
हूँ पापी मैं सच जितना उतनी ही सच्ची मेरी भक्ति।
!!!मधुसूदन!!!
बहुत बहुत धन्यवाद आपका पसन्द करने और सराहने के लिए।🙏
भक्ति रस में विभोर कृष्ण के साक्षात दर्शन करा देती है रचना । पाठक को भी ईश्वर उपस्थिति का अद्भुत अहसास कराती है। 🎉🙏
😍😍😍🔥👌
😊😊😊👏
तुम राजा हो तुम्ही भिखारी,
तुम शिकार और तुम्ही शिकारी,
beautiful words.
पुनः धन्यवाद आपका।
Beautiful lines, Yes “Lord Krishna please remove our darkness ” Thanks for sharing .👌👌
Ji bilkul andhere ka ant karenge hamare Shyam. Bahut bahut dhanyawad apka.🙏
It’s my pleasure 😊 May Lord Krishna bless you .☺️💐
श्री कृष्ण की भक्ति,,, श्री कृष्ण पर अर्पण,,,श्री कृष्ण से,, जीवन का दर्शन,, जितनी लीला,,, उतनी निराली,,, हृदय में भरती,,, जनार्दन की प्रीति,,,नमन है मीत सभी के,,, श्रीकृष्ण,,स्वयं है तृप्ति 🙏🙏भाई साहब,,,मन मगन हुआ,,आपके भक्ति मय प्रस्तुति से ❤️🙏जय श्री राधेकृष्ण 🙏
जय श्रीकृष्ण।🙏
हम भी आपके प्रशंसा भरे शब्द सुन आह्लादित हैं। ऐसा लगता आप मेरे पास ही हो। सुक्रिया।
आपके पास ही हूं भाई साहब 🙏
🙏
Ati Sundar, bhakthi bhaav se paripurna hai aapki ye kavita. Aisa lagta hai jaise swayam Giridhar Gopal ne aapko prerit kiya hai. Jai Shri Krishna. 🙏🙏🙏
बहुत बहुत धन्यवाद आपका आपने पसन्द किया । जी जरूर बिना उनकी अनुमति कुछ भी नही होता। वैसे आप कौन हैं अक्सर आते आपके सराहना भरे शब्द मुझे ये जानने को प्रेरित किया।🙏
भक्ति रस भरी कविता। सबके अंतरात्मा को परिशुद्ध करने वाली चमत्कार करने की ताकत इस कविता में पूरी तरह से भरी हुई है। अभिनंदन। 👏👏👏🙏💐
Apke dwara ki gayee sarahna prernashrot ka kaam karegaa…….bahut bahut dhanyawad apka pasand karne aur sarahne ke liye.