Kya Chand bhi kabhi Rota hoga/क्या चाँद भी कभी रोता होगा!

कीमती वस्त्र,आभूषणचेहरे पर रेशमी घूंघट,और घूँघट से झलकता चाँद देख,पुरुष क्या,नारियाँ भी आहें भरती होंगी,कैसा होगा उसका बिछौना,कैसा होगा घर,वाह!क्या किस्मत पाई है,निश्चित ही मखमल पर सोती होगी,कौन सोचता होगा उसे देखकर,कि वह भी कभी रोती होगी।दिनभर की उलझनों से इतर,निशा के अंधेरे में,दरवाजे को बंदकर,तकिए में मुँह दबाए,ताकि रोने पर कोई सिसकी ना सुन […]

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KEWAL JINDA HAIN/केवल जिंदा हैं

Image Credit :Google कितनी सदियाँ बीत गयी हैं, गुजरे कितने साल, सुधर सके ना मगर अभी तक, अपने ये हालात, केवल जिन्दा हैं, जीवन पाकर जग में अब भी हम शर्मिंदा हैं, केवल जिन्दा हैं। साँसे चलती देह सलामत, तबतक मैं हूँ एक अमानत, रूह मृत है मेरा, केवल जिन्दा हैं, जीवन पाकर जग में […]

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Dastaan Aurat ki

ख्वाब सजाती मन में लाखों,दुनियाँ अपनी त्याग के, नयी  नवेली  दुल्हन आयी सिर  पर  घूँघट  डाल के| गुलशन की एक शोख कली, गुलशन में खुशियां उससे थी, हंसी,ठिठोली आंगन में, पायल की छमछम उससे थी, उस गुलशन में आज है मातम, गुलशन नयी चली संग साजन, आंगन सुना छोड़ चली,माँ-बाप से नाता त्याग के, नयी […]

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