MILAN/मिलन

Image Credit :Google मन दर्पण उस दर्पण में हम तेरी छवि बसाए, तुम आ जाओ ना, पुलकित रोम रोम खिल उठते दिल की कलियाँ सब मुरझाए, तुम आ जाओ ना। तुम आते तो लगता ऐसा पतझड़ में मधुमास हो जैसा, तेरा जाना दूर छोड़,नयनों में मेघ समाते, तुम आ जाओ ना, पुलकित रोम रोम खिल […]

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Megha Ajaa Man Tarse

आसमान में गरज रहा क्यों मेघा रे, तेरी धरती प्यासी प्यास बुझा जा रे| नजरों से था दूर याद मैं करती थी, रात-दिन आने की राह निरखती थी, पास में आकर दूर समझ ना पाऊँ मैं, अपनी दर्द को कैसे अब दिखलाऊँ मैं, आँखमिचौली धुप से खेल ना मेघा रे, तेरी धरती प्यासी प्यास बुझा […]

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