नए साल का पहला ख्वाब

काश! कपट छल कम हो जाते,स्वार्थ हृदय से खत्म हो जाते,छट जाते बादल नफरत के,बहते दिल से प्रेम बयार,यही आस,उम्मीद,याचना,नए साल का पहला ख्वाब।क्षणभंगुर जीवन राही अनजान सफर है,कौन यहां पल अंतिम किसका,किसे खबर है,आ पग चिंता त्याग बढ़ाना,हर पल नूतन वर्ष मनाना,हम खुश रहते,तुम मुस्काते,खुश रहता सारा संसार,यही आस,उम्मीद,याचना,नए साल का पहला ख्वाब।मानव जाति […]

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PREM/प्रेम

प्रेम किसे कहते उसे नही पता,जो पर्वत की ऊंची चोटियों से पिघले हिम को,अपनी दोनो भुजाओं में समेटे,चट्टानों से चोट खाते,हर बांधो को तोड़ते,अपना मार्ग स्वयं बना,सागर में खो जाने के पूर्व स्वयं,न जाने कितने ही जीवों का आशियाना बन जाते,प्रेम किसे कहते उसे ज्ञात नही,फिर भी, बिना भेदभाव किए न जाने कितने ही जीवों का प्यास […]

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Ummid/उम्मीद

मैं जैसे मरुस्थल में भटकता पथिक,भूख और प्यास से व्यथित,सूर्य का प्रचण्ड ताप,जहाँ ना कोई झुरमुट,ना कोई गाछ,जिस्म बेजान,निकलने को आतुर प्राण,टूटे दिल,टूटे सभी ख्वाब बीच,धोखे,झूठ,फरेब भरी दुनियाँ से टूटे विश्वास बीचबंधे जीवन की आसजब पड़े मेरे काँधे पर तुम्हारा हाथ,जब पड़े मेरे काँधे पर तुम्हारा हाथ।कभी दया,करुणा,प्रेम से भरे,अभी दर्द का सैलाब हूँ,कुछ भी […]

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कुछ बातें

दबकर दिल में रह जाती है बात,बहुत कुछ कहने को,बनकर आए जो हमराज,निभाने जीवन भर का साथ,वही जब पढ़ ना सके इन आँखों के जज्बात,बचा क्या कहने को,दबकर दिल में रह जाती है बात,बहुत कुछ कहने को।कलतक जिनके प्राण हमीं शहजादे थे,कोरे सारे कसमें झूठे वादे थे,दिए जो खुशियों की शौगात,दिए वे ही मातम की […]

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AADAT CHAY KI/आदत चाय की

कहता रहा दिमाग,चाय सेहत के लिए ठीक नही,मगर मुश्किल था दिल को समझाना,मिलने का वक़्त मालूम,फिर भी इंतजार,चाय पीना तो था एकमात्र बहाना,घँटों की मुलाकात,लब खामोश,ये नित्य का सिलसिला था,आसान नही था कुछ भी कहना,फिर भी सुनने को आतुर वेऔर लब भी उस दिन कुछ यूँ हिला था,हम जीवन भर बर्तन धोते रहेंगे,तुम यूँ ही […]

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ANKHEN/आँखें

मेरे प्रिय मित्र,भाई और ब्लॉगर निमिष जी ने अपने ब्लॉग पर एक कविता प्रकाशित की जिसका शीर्षक है “आँखें” जिसे पढ़ कुछ शब्द निकल पड़े। प्रस्तुत है:- पता नही पर्वत की चोटी पर जमी बर्फ कैसे पिघली,और कैसे उसे सहेज असंख्य पत्थरों,चट्टानों को लांघते,इठलाते,बलखाते,उन्मुक्त बहनेवालीमीठे जल की मल्लिका निर्झरणी,सागर से जा मिली,कभी पूछना!कभी पूछना उसनेउस […]

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TAHKHAANAA/तहख़ाना

जब भी हम उनसे मिलते थे,नित्य नए परतें खुलते थे,उन परतों में उलझ गए दिल जिसका हुआ दीवाना था,समझ सके ना उनको,उनका दिल कोई तहख़ाना था।झील सी गहरी आँखें,जितना देखूँ डूबता जाऊँ,केश घने जैसे घन में अमीकरवैसे खो जाऊँ,मदहोशी क्या मैं बतलाऊँ,पाँव जमीं पर मैं ना पाऊँ,हूर परी,तिल होठों पर, कातिल उनका मुस्काना था,समझ सके […]

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Bewfa Mat Kahna/बेवफा मत कहना

दुनियाँ की भीड़ में अल्हड़ थे,नादान थे,आसपास के लोग नादानियों से परेशान थे,उस अल्हड़ को पास बुलाया उसने,जिस खुशी से अनजान थे वो प्यार सिखाया उसने,हम सीखते रहे,वे सिखाते रहे,वे हंसते,हम मुस्कुराते रहे,उनका सानिध्य ऐसा,पतझड़ पर मधुमास जैसा,जेठ की दुपहरी जैसे चाँदनी,उनकी खिलखिलाहट जैसे रागिनी,प्रेम का उबाल था उनपर लुटाते रहे,धरती की प्यास,बन सावन मिटाते […]

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INTEJAAR/इंतजार

बहुत खूब दिल का लगाना तेरा, करीब आ के यूँ भूल जाना तेरा| हमें याद सब जो कही तूने बातें, कमल पंखुड़ी में भ्रमर की वो रातें, वो बातें बनाना,वो हाँथे घुमाना, बिना बात के यूँ तेरा मुस्कुराना, हमें याद अब भी वो आना तेरा, बिना बात के रूठ जाना तेरा। वो सूरत हमें याद […]

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UN-EXPECTED/अप्रत्याशित

Image Credit : Google मैंने ख्वाबों में भी ना ये सोचा कभी, इस तरह पास आओगे तुम, पास आकर लगाकर गले से मुझे, इस तरह भूल जाओगे तुम। हम अंधेरे में लाखों जलाए दिए, फिर भी रौशन नही ये निशा है, तूने ख्वाबों में भी क्यों ना सोचा कभी, तेरे बिन मेरी दुनियाँ कहाँ है, […]

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NAYEE DUNIYAN/नई दुनियाँ

Image Credit : Google ना सोचे,ना समझे हवा सा बहे हम, मुहब्बत की राहों में यूँ चल पड़े हम। तुम्हें जब से देखा,तुम्हें सोचते हैं, पलक बंद में भी तुम्हें देखते हैं, तुम्हारी ही यादों में रहने लगे हम, मुहब्बत की राहों में यूँ चल पड़े हम। जमाने मे कलतक जशन जीत में थी, कभी […]

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CHAAHAT/चाहत

Image Credit : Google कुछ आज छोड़ गए,कुछ कल छोड़ जाएंगे, नश्वर है सबकुछ यहाँ, एकदिन हम भी छोड़ जाएंगे, ये हम कौन, मालूम नहीं, जिह्वा को स्वाद चाहिए, शरीर को आहार चाहिए, आँखें देखने को कहती हैं, कानों को वो धुन चाहिए, त्वचा को स्पर्श,साँसों को खुशबू, और हमें,वो चाहिए, जो हँसाता है,रुलाता भी […]

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ALLHADPAN/अल्हड़पन

Image Credit : Google हलहड़ हूँ नादान मत कहना, सही-गलत से अनजान मत समझना, एक दिन हम भी स्थिर होंगे, जलाशय की तरह, अभी वक्त है,झरनों सा बहने दे, अल्हड़ हूँ,नादानियाँ करने दे। जीवन क्षणभंगुर,कल रहे ना रहे, आँखों में सपने कल सजे ना सजे, अभी ख्वाहिशें अनंत सजे हैं, पाँवों में पंख लगे हैं, […]

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MULAKAT

IMAGES CREDIT : GOOGLE कल उनसे हमारी मुलाकात हो गयी, बात बर्षों की थी फिर से याद हो गयी। दर्द घटती नहीं,प्रेम मिटती नहीं, लाख चाहो मगर, प्रेम छुपती नहीं, चार आँखों से फिर बरसात हो गयी, बात बर्षों की थी फिर से याद हो गयी। होठ थे बंद पर सब नजर कह गए, उनकी […]

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MILAN/मिलन

Image Credit :Google मन दर्पण उस दर्पण में हम तेरी छवि बसाए, तुम आ जाओ ना, पुलकित रोम रोम खिल उठते दिल की कलियाँ सब मुरझाए, तुम आ जाओ ना। तुम आते तो लगता ऐसा पतझड़ में मधुमास हो जैसा, तेरा जाना दूर छोड़,नयनों में मेघ समाते, तुम आ जाओ ना, पुलकित रोम रोम खिल […]

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GULAAB AUR HUM/गुलाब और हम

Image Credit : Google काँटों पर पले गुलाब और हम भी, टूटे वे और हम भी। कभी बालों में,कभी हाथों में, कभी हार बन,कभी प्यार बन, यहाँ-वहाँ,जहाँ-तहाँ कहाँ नहीं सजे हैं गुलाब और हम भी, फिर किसी चौराहे पर,बिखरे वे और हम भी। एक खुश दूजा डाल पर खिले थे, नजरों में दोनों सबके चढ़े […]

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JIWAN KA KHEL/जीवन का खेल

उपवन को महकाने आए, फूल को महक दिखाने आए, जिसने दी आँखों में आँसू हँसना वही सिखाने आए। जीवन का ये खेल निराला, देते अपने बन विष प्याला, कुछ ऐसे अपने जीवन में बन बैठे जिनके मतवाला। चिड़ियों को एक साथ चहकते फूलों को काँटों पर हँसते, देखा वृक्ष अडिग धरती पर, जिसके बल पर […]

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KYA JAANE THAG PREET/क्या जाने ठग प्रीत

क्या फर्क अगर मैं हूँ ना हूँ, वे दिल अपना बहला लेंगे गिरगिट क्या रंग दिखाएंगे, रंगों की झड़ी लगा देंगे। छल से मन जिसका भरा हुआ, वे प्रेम का मतलब क्या जाने, जिनकी बुनियाद ही झूठी हो, जज्बात भला क्या पहचाने, है स्वार्थभरा तन-मन जिनका, वे प्रेम को क्या पहचानेंगे, क्या फर्क अगर मैं […]

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Ardhangini/अर्धांगिनी

Image Credit : Google आँखों का काजल बोल रही, आँखों में मुझको रहने दो, दिल की धड़कन भी बोल उठी, साँसों में मुझको रहने दो, है तेरी हर एक मस्त अदा, को देख मयूरे ठिठक गये, लहराती जुल्फों के आगे, नभ-मेघ मचलना भूल गये, ये इतराना,क्या शर्माना, क्या अदा तुम्हारी,मुस्काना, मदहोश हुआ अब होश कहाँ, […]

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Shakuntla-Dushyant Katha/शकुंतला-दुष्यंत कथा (1)

Image Credit : Google. यादें बिखर गई थी प्रेम मिलन की रात का,पहली मुलाकात का ना, बालक पूछ रहा माँ कौन पिता है नाम क्या,मेरी है पहचान क्या ना। एक कहानी प्रेम भरी सदियों पहले का गाऊँ, अपने भारत देश का उससे नाम जुड़ा बतलाऊँ, विश्वामित्र महर्षि थे एक जिसने तप की भारी, शचीपति के […]

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