A story of small Bird 

छोटी सी एक चिड़िया आती मेरे रोशनदान में, फुदक भुदककर रॉब जमाती मेरे रोशनदान में। रविवार को चला सफाई, करने झाड़ू लिए हुए, देखा रोशनदान हमारे, तिनको से थे भरे हुए, गुस्सा आया चिड़िया पर, फिर चल दी उसे हटाने को, आते देखा दूर थी चिड़ियां, छुप गए सबक सिखाने को, चोंच में उसके फिर […]

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KHOJ/खोज

Image Credit : Google जहाँ पर बिखरे होते खून, जहाँ पर राजा ना कानून, जहाँ एक दूजे से सब ऐठें, कैसे आज सभी संग बैठे, देखा शेर संग खरगोश, बैठे संग में चीता,गौर, देखा बेबस सबको तो बिल्ली घबराई, मानव का जग छोड़ के जंगल में थी आई। भोर हुयी तब निकल गए थे, घर […]

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Kaisi Shreshthata/कैसी श्रेष्ठता

Image Credit :Google सब जीवों में श्रेष्ठ रे मानव, बन बैठे हो तुम क्यों दानव, होश में आ वरना नभ से अँगारे बरसेंगे, वो दिन दूर नही जब जल बिन हमसब तड़पेंगे, वो दिन दूर नही जब जल बिन हमसब तड़पेंगे। धरती पर आँधी सी बढ़ती,जनसंख्या का बोझ, सारे जीवनरक्षक पौधे,तिल-तिल कटते रोज, जल,नभ,भू के […]

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Bebasi

Image credit: Google उस पार है तू इस पार हूँ मैं,अब कैसे तुझे बुलाऊँ मैं, सौतन बैरी बिकराल नदी,है बीच में कैसे आऊं मैं, तन भीगा दिल में आग लगी, मिलने की मन में प्यास जगी, दिल करता उड़कर आऊँ मैं, पर पंख कहाँ से पाऊं मैं, बरसों की तड़प है बीच में नद, दुरी […]

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Manav Trishnaa

कैसा अपना हाल किया है, संकट जग पर डाल दिया है, आँखें खोल जगत को देखो, ऐ पागल नादान, बच्चा तरसे दूध को जग में पानी को इंसान, बच्चा तरसे दूध को देखो पानी को इंसान।। देखो मोर, पपीहा गाये, कोयल मीठी तान सुनाये, रंग बिरंगे पंछी मिलजुल, मानो स्वागत गान सुनाये, मन भावन फूलों […]

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Mahatvkanksha/महत्वकांक्षा

मानव करता उत्तपात मगर, चट्टान पिघलते देखा है, होते हैं जब इंसान दुखी,तब मेघ बरसते देखा है| जलचर,नभचर संग जीव सभी, मानव का साथ निभाते हैं, पर खेद हमें अपनों पर है, जो इनको रोज मिटाते हैं, नदियां कहती आ पास मेरे, मीठे जल तुझे पिलाऊंगी, गैया कहती आ पास मेरे, मैं तुझमें यौवन लाऊंगी, […]

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Kimat Brikshon ka

कह पाता  ना शब्द उसे, तस्वीर बयाँ कर जाती है, जुल्म हुए हैं कितने सब,हालात बयाँ कर जाती है। दर्द न समझा बेजुबान का, आरे से तन चीर दिया, तड़प-तड़प कर पत्तों ने उसके आगे दम तोड़ दिया, मत मारो ऐ मानव मुझको, कितनी बार कहा होगा, तेरी श्वांस सहारा हूँ मैं, रोकर बतलाया होगा, […]

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Ek JAWAAN EK KISAN

भारत माँ के दो संतान एक जवान एक किसान, दिन-रात में भेद न जाना,एक जवान एक किसान। शरहद पर एक अड़िग खड़ा, पर्वत भी रोज खिसकता है, देश प्रेम में हरपल जान, हथेली लेकर चलता है, गर्मी,सर्दी,बारिश का पल, पर्वत जैसे सहता है, हाड-मांस के पुतले को, पाषाण बनाकर रखता है, पता नहीं पहले क्या […]

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Maina Teri Jiwan Achhi

डाल पे बैठे, प्रियतम साथ में, मैना हरसे।1 बादल देख, गगन में उड़ते, रंग बरसे।2 मोहक छटा, निराली उपवन, मन बहके।3 प्रिय रिझाती, उछल-उछल कर, प्रेम छलके।4 भीगती मैना, प्रियतम संग में, हम तरसे।5 बाहर वर्षा, अंदर बरसात, रूह जलती।6 सुना बिस्तर, साजन परदेस वर्षा डंसती।7 रोजी रोटी में, यौवन हुआ खाक, कैसे हँसती।8 अन्न […]

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Ek Gauraiya

पीपल पेड़, चहकती चिड़ियाँ, शाम की बेला|1 आज उदासी, बिछड़ गयी एक, नन्हीं चिड़ियाँ |2 अपने सारे, ब्याकुल मन से, खोज के हारे।3 मानव धोखा, समझ सकी ना, भूख के मारे|4 जान गवाँई, जाल में फंसकर, एक गौरैया |5 भूखी चिड़ियां, उलझ रही अब, कौन बचाये।6 !!! मधुसूदन !!!

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Megha Ajaa Man Tarse

आसमान में गरज रहा क्यों मेघा रे, तेरी धरती प्यासी प्यास बुझा जा रे| नजरों से था दूर याद मैं करती थी, रात-दिन आने की राह निरखती थी, पास में आकर दूर समझ ना पाऊँ मैं, अपनी दर्द को कैसे अब दिखलाऊँ मैं, आँखमिचौली धुप से खेल ना मेघा रे, तेरी धरती प्यासी प्यास बुझा […]

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