DILEMMA/उहापोह

मैं धरती तुम गगन हमारे,सूरज,चंदा,चमन हमारे,काया मेरी जान तुम्ही हो,धड़कन मेरे प्राण तुम्ही हो,बेशक नयन हमारे उनमे बस तेरे ही रूप रे पगले,भरी दुपहरी ढूँढ रहा क्यों,इधर-उधर तुम धूप रे पगले।मैं राही तुम सफर हमारे,मंजिल तुम हमसफ़र हमारे,तुम ही मेरे काशी,काबा,तुम चितचोर मेरे,मैं राधा,तुम ही हो प्रारब्ध,मुकद्दर और मैं तेरी हूर रे पगले,भरी दुपहरी ढूँढ […]

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Dil ki Jajbaat

किसे बताएं, दिल की जज्बात, बेचैन हम। तरस रहे, रिमझिम वारिस, भींगे हैं हम। लौट के आजा, झमझम सावन, तरसे मन। बदली जैसी, पिघल के बरसी, पिघला मन। सतरंगी सी, सपनो की दुनीयाँ, तू सहजादा। याद सताये, मधुर मिलन की, शाम है आजा। दिल की बातें, समझ गया दिल, प्रेम की भाषा। भीगते आया, मानो […]

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