Diya Aur Baati
इस गुलशन के बिराने में,ये मेल हमारा कैसा है संयोग कहें या रब जाने,दो दिल एक जान के जैसा है | एक नजर में तुमसे प्रेम हुआ, दिल छोड़ के तेरा हो बैठे, ऐ प्रियतम मुझमें तुम, तुममें अपने संसार को खो बैठे, जब नजर मिली खामोश जिगर, जीने एक आधार मिला, हम छोड़ चुुके […]
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