MAT RUK JAANAA/मत रुक जाना

Image Credit: Google पल-पल राहों को गढ़ता चल,ऐ मानव तूँ नित् चलता चल, ऐ मानव तूँ नित् चलता चल। क्या खोया सोंच के मत रोना,तूँ हार मान यूँ मत सोना, बहती दरिया का धार है तू,भूगर्भ पड़ा अंगार है तू, पत्थर क्या पर्वत भी तेरे,राहों को रोक ना पाएगा, जो खुद दरिया-हुताशन,सपना उसका कौन जलाएगा, […]

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Jiwan ki Udaan

दुनिया चमन है जीवन पवन है, उड़ने को जीवन का सारा गगन है, बंदिश में इसको ना रहने दो, जीवन पवन है बहने दो | लम्बी डगर है, छोटी उम्र है, मंजिल की जीवन में, सबको फिकर है, चिंता में इसको ना रहने दो, जीवन पवन है बहने दो | गर्मी गरम है, ठंडी नरम […]

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