Manav Trishnaa
कैसा अपना हाल किया है, संकट जग पर डाल दिया है, आँखें खोल जगत को देखो, ऐ पागल नादान, बच्चा तरसे दूध को जग में पानी को इंसान, बच्चा तरसे दूध को देखो पानी को इंसान।। देखो मोर, पपीहा गाये, कोयल मीठी तान सुनाये, रंग बिरंगे पंछी मिलजुल, मानो स्वागत गान सुनाये, मन भावन फूलों […]
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