Khwahishen

बिखर कर संवरना,संवरकर बिखरना, मुश्किल है हर ख्वाहिशों का संवरना, बिखरते हो सच में तुम फूलों के जैसे, मगर ख्वाहिशें तुम कभी गम ना करना। तुम्हीं से सजी है जीवन हमारी, जमीं पर कदम आसमां से है यारी, चिड़ियों की पंखें भी झड़ती,संवरती, मगर आसमां में चिड़ियां ही उड़ती, चिड़ियों ने हमको उड़ना सिखाया, ख्वाहिश […]

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