SANTAAN/सन्तान

एक पूरब दूसरा पश्चिम,जिन्हें बाँध रखा,अपनी दोनों भुजाओं में,मैं  वो आपकाजादुई सामान हूँ,कहने को आपका छोटा बच्चा,जिसके दोनों गालों को पकड़ प्रेम से कहते,कबाब में हड्डी,मगर मैं ही आपदोनो का सारा जहान हूँ।मैंने मुस्कुराना सीखा,आपदोनो को हँसते मुस्कुराते देखकर,मैंने बोलना,गुनगुनाना सीखा,आपदोनो को बोलते,गुनगुनाते देखकर,मैं जीना सीख रहा,आपको जीवन जीते देखकर।मैं प्रतिफल हूँ,आपदोनो के प्रेम का,जो […]

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Khwahish/ख्वाहिश

हमारे एक प्रिय ब्लॉगर Padmaja ramesh जी की रचना से प्रभावित होकर लिखी गई रचना– विस्मृत ना होती यादें और पल गुजरे वापस आ आते,काश कि हम बच्चे बन जाते,काश कि हम बच्चे बन जाते।है ख्वाहिश फिर से पढ़ने की,यारों संग मस्ती करने की,था नही बदलना कुछ विशेष,करते जो छूट गया है शेष,नाना,नानी का सत्य […]

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Ummid/उम्मीद

मैं जैसे मरुस्थल में भटकता पथिक,भूख और प्यास से व्यथित,सूर्य का प्रचण्ड ताप,जहाँ ना कोई झुरमुट,ना कोई गाछ,जिस्म बेजान,निकलने को आतुर प्राण,टूटे दिल,टूटे सभी ख्वाब बीच,धोखे,झूठ,फरेब भरी दुनियाँ से टूटे विश्वास बीचबंधे जीवन की आसजब पड़े मेरे काँधे पर तुम्हारा हाथ,जब पड़े मेरे काँधे पर तुम्हारा हाथ।कभी दया,करुणा,प्रेम से भरे,अभी दर्द का सैलाब हूँ,कुछ भी […]

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Siwa tumhare/सिवा तुम्हारे

कैसे मैं कुछ और सुना दूँ,गीत नही कुछ सिवा तुम्हारे,कैसे दिल कहीं और लगा लूँ,मीत नही कोई सिवा तुम्हारे,मैं ना जानु सत्य यहाँ क्या,ना मैं जानु झूठ है क्या,तुमको देखा देख लिया जग,मैं ना जानु हूर है क्या,तुम ही मय,तुम ही मदिरालय,तुम ही देव,मेरे देवालय,तुम ही धड़कन जान तुम्ही है,सपने सब अरमान तुम्ही है,तुम ही […]

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