MANN/मन

Iamges Credit : Google. मन रे ले चल तूँ उस पार, जहाँ ना नफरत का संसार, तुम्हारी अजब की है रफ़्तार विनय मैं करता हूँ, बता वो कहाँ बसा संसार निवेदन करता हूँ। जहाँ पर जात-पात ना धर्म, जहाँ ना अल्लाह ना भगवन, जहां पर हो ना वेद,पुराण, नहीं हो गीता और कुरान, जहाँ पर […]

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Kaisi Nafrat/कैसी नफरत

  Image Credit : Google जीवन में जिसने ना देखा दर्द कभी इंसान का, कहाँ हुआ कब दर्शन उसको अल्लाह या भगवान् का, कहाँ हुआ कब दर्शन उसको अल्लाह या भगवान् का| कोई मधुर अजान सुनाता,कोई घंट बजाता, कोई नफरत की बातें ही जन-जन में फैलाता, मतलब समझ सका ना जिसने गीता और कुरआन का, […]

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Bahrapan/बहरापन

Image credit : Google Click here to read part 1 बहरी हो गयी क्या सरकार, दिखती क्यों ना अत्याचार, आ हम ध्वनियन्त्र लगा दें चल कर संसद पर, कितना दर्द हमें चल उन्हें दिखा दें संसद पर || एसी कार में नेतागण, चलते करके सीसा बंद, महल जहां पर उनकी होती, लाउडस्पीकर पर पाबन्द, चल […]

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Dhwani Pradhshan/ध्वनि प्रदूषण

Image credit: Google धर्मांध में देखो शोर बढ़ा, ध्वनि राक्षस चहुँओर बढ़ा, अब और न इंसाँ खुद का कब्र बना रे, आ मंदिर,मस्जिद,चर्च और गुरुद्वारे, सब धर्मस्थल से ध्वनि यंत्र हटा रे।। क्यों अंधा बना जहान, बनाता जन्नत को श्मशान, जोड़ हर बस्तु को धर्मो से, लड़ता है सारा इंसान, बस अब और न बहरा […]

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Kaisi Nafrat

Image Credit : Google मात-पिता के चरणों में है तीरथ चारो धाम, दिल से उनको प्रेम करूँ,उनको मानू भगवान, गलत क्यों कहते हो,2 है कैसा धर्म,ईमान गलत तुम कहते हो?२ तीस साल की हुयी नहीं थी, प्रियतम छोड़ गए थे, मात-पिता एकमात्र सहारा, वे भी गुजर गए थे, तीनो की तस्वीर टँगी है, लगता जैसे […]

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KAISA PANCH/कैसा पंच

जब नफरत दिल में भरे हुए, अजान सुनाकर क्या होगा, जब दिल में तेरे प्रेम नहीं, घँटे को बजाकर क्या होगा। संसार बनाया है जिसने, हमसब का भी निर्माण किया, हर जीव में जान बसी जिसकी, उसने ही हम में प्राण दिया, इतना जब हम ना समझ सके, पूजन भगवन का क्या होगा, जब दिल […]

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Diwali

दीप जला हम ख़ुशी मनाते, दीपक के संग हम मुस्काते, एक साल की पड़ी गन्दगी, को घर से हम दूर भगाते। साफ़ किया घर मिहनत से, क्या मन से गंध मिटाए हम, जब भी सोंच गयी इस पर, तब घोर अन्धेरा पाए हम। रौशन तो कर दिया जमाना, अन्धकार भागा है, मन के अंदर देख […]

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Khatre men Kaun..?

Images credit: Google क्यों खतरा-खतरा चिल्लाते, फिरते हो रास्ते में, फुर्सत में देखो अंतर्मन, है कौन खतरे में, ना हिन्दू खतरे में है ना इस्लाम खतरे में, ऐ नफरत के सौदागर है इंसान खतरे में। था अमन भरा धरती पर, कितना नफरत फैलाया, क्या पाया मुड़कर देख, बना कैसा दुनियाँ सारा, हम ईद मनाते थे […]

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Dharmandhta

आज धर्मांधता में लोग अपना इतिहास भूल गए। लोग अब उसे महान बता रहे हैं जो इस देश मे आक्रांता बन कर आया। जिसका सिर्फ राजा और राज्य से ही मतलब नही बल्कि उसका मतलब तो धार्मिक कट्टरता से भी जुड़ा था। कोई एकेश्वरवाद को मानता है हम उसमे भी अपने भगवान को देखते हैं […]

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KASHMKASH

Images credit: Google हम मुसाफ़िर सफर जिंदगी का, राह मे थे खड़े, दूर मंजिल मगर रास्ते दो, थे कदम रुक गए। सत्य का एक डगर, राह काँटों भरी, चाह मंजिल मगर, मुश्किलों से भरी, दूजा आसान मंजिल, नजर आ रही, छल कपट थी हमें, ज्ञान सिखला रही, कशमकश में था मन क्या करें हम, थे […]

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Prarthna

मेरा कोई ना सहारा भगवान्,खड़ा हूँ मैं जहान में तेरे, बड़ा बिचलित हुआ है इंसान,खड़ा हूँ मैं जहान में तेरे। तेरा ही रूप इंसान नहीं सोंचता, जाति और धर्म में जहान को है तौलता, मेघ,जल,सूर्य और जमीन,आसमान में, पेड़,पहाड़,नदी तू ही है शशांक में, प्रभु तू ही बसा है रेगिस्तान,खड़ा हूँ मैं जहान में तेरे, […]

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Baalak Dhruv 

“ૐ नमो भगवते वासुदेवाय” “ૐ नमो भगवते वासुदेवाय” गूंज  उठा इस मंत्र से, धरती- अम्बर संग ब्रम्हांड  रे, पाँच साल का बालक ध्रुव,जप करता विष्णु ध्यान रे। मनु पुत्र ब्रम्हा का जिनका, जग में दो संतान हुआ, नाम एक उत्तानपाद, राजा का चर्चा आम हुआ, उस राजा की एक ही रानी, नाम सुनीति सुकुमारी, वर्षों […]

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Agyaani

जंगल-जंगल भटक रहा था, जंगली था इंसान, ज्ञान दिया भगवान ने हमको, बना दिया इंसान, फिर भी बदला क्या इंसान,फिर भी ना बदला इंसान। ऊंच-नीच का भेद मिटा, हर रिश्ते को समझाने को, राजतिलक का त्याग किया, मानव को पाठ पढ़ाने को, किसी ने शूली चढ़ हमसब को, मानवता का ज्ञान दिया, सत्य,अहिंसा का रब […]

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Rakhi ki Laaj

पाँच-पाँच पतियों की रानी, पाँचो वीर सेनानी, आज तड़पती है,बीच सभा एक रानी, आग बरसती है,आँखों से बन पानी, आज तड़पती है,…..। भूल गया देवर दुर्योधन, अपनी सब मर्यादा, दुशासन से गरज के बोला, मौन सभी थे राजा, जाओ केश पकड़कर लाओ, बीच सभा पांचाली, मेरी जंघा पर बैठाओ, खोल दो उसकी साड़ी, खेल की वस्तु […]

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Karaagrih

कारागृह में जन्म लिया, उसकी मैं कथा सुनाता हूँ, कृष्ण,कन्हैया,गोवर्धन भगवान की कथा सुनाता हूँ। सात-सात थे दरवाजे, जिनपर थे ताले जड़े हुए, एक से बढ़कर एक जहाँ पर, पहरेदार थे खड़े हुए, ऐसे कारागार में बन्दी, मात-पिता जंजीरों में, कैसा वह इंसान गर्भ में, क्या लिखा तकदीरों में, दुश्मन कैसा मथुरा का वह, शक्तिशाली […]

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Araadhnaa

बिन मांगे सब देनेवाले, मैं सेवक तूं स्वामी है, क्या मांगू क्या तुझे बताऊँ, तुम तो अंतर्यामी है। तुमसे मैं हूँ,मुझमे तू है, मेरे सुख-दुःख में भी तू है, पल-पल की है खबर तुम्हें, ये तेरी प्रेम की प्यासी है, क्या मांगू क्या तुझे बताऊँ, तुम तो अंतर्यामी है।1 निराकार तू घट-घट में, आकार धरे […]

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Satyameo Jayate

अँधेरे को अँधेरा,उजाले को उजाला भाता है, किसी को सूरज किसी को चाँद रास आता है, निरंकुश तो जमाने में हमने भी बहुत देखें हैं, सत्य के आगे तो अशोक भी हार जाता है। स्वार्थ जब भी बढ़ा,बादल की तरह अम्बर में, सत्य ढकता रहा सूरज की तरह अम्बर में, लोग निरंकुशता में सत्य भूल […]

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Talaaq ka Dansh

तड़प,वेदना,चीख,विनय,मज़बूरी और जज्बात, शौहर,रब,माँ-बाप सभी को दिखलाती हालात, मगर स्वार्थ,मतलब,गुरुर में,दर्द ना देखा नर ने, दिल में थी तस्वीर किसी की,दे दी तीन तलाक। ●●●●● आक्रोश एवं एक असफल बिनती नारी का•••• ऐसे नफरत ना कर हम से प्यारे,हम किधर जाएंगे, अम्मी,अब्बू को क्या हम बताएं,सुन के मर जाएंगे, ऐसे नफरत ना………………….|1 हम से पहली […]

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