Poras aur Sikandar

Image credit:google सिकन्दर हार गया, बादशाह मकदूनिया का था,विश्वविजय अरमान, झेलम नद के तट पर आकर टूट गया अभिमान, सिकन्दर हार गया, हैं कहते जिसे महान,सिकन्दर हार गया। उत्तर में यूनान अवस्थित, मकदूनिया एक राज्य, चला सिकन्दर पूर्व दिशा में, भारी सेना साज, थिब्स,मिश्र,इराक हराते, फौज बढ़ा हिरात से आगे, समरकन्द,काबुल जीत प्रतिशोध लिया ईरान […]

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AKROSH/आक्रोश

हाथों मे सोने का कंगन लिए बाघ,खुद को शाकाहारी बन जाने का ढोंग करता,दुर्योधनी सोच लिए सरहद रौंदने को ततपर पड़ोसीमन में घृणित रोग रखता,दशानन का साधु बन आना,और हर बार तेराछला जाना,आखिर कब तक?आखिर कब तक उस अधर्मी संग धर्म निभाओगे,पाशे का छल,द्रौपदी की चीख,और उबाल लेता धमनियों मेंशोणित की प्रवाह भूल,कबतक?आखिर कबतक उस […]

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YE KAISI NAFRAT/ये कैसी नफरत

शारीरिक बीमारी का इलाज सम्भव,मन की विकृति को मिटाए कौन?जब नफरत भरा दिल में,उसे प्रेम का दरिया दिखाए कौन?एक आँधी सी चली है जमाने में,कमियाँ ढूँढनेवालों की,ऐसे बुद्धिजीवियों को खूबियाँ दिखाए कौन?मुमकिन है अँधों को भी राह दिखाना,जो आँखें बंद कर ले उसे डगर दिखाए कौन?विश्व को जगाता रहा ज्ञान के प्रकाश से,घर में बैठे […]

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TABLIGHI JAMAAT/तबलीगी जमात

मजहबी जलसा इंसानियत पर भारी हो गया,वाह रे तबलीगी जमात तूँ अकेला हीभारत पर भारी हो गया।ताज्जुब नही हमें,चहुँओर होते शोर का,तेरे कुतर्कों,मुरखपन के जोर का,बेशक कातिल है तूँ फिर भी तुझे धर्म से जोड़,कई और तेरा साथी हो गया,वाह रे तबलीगी जमात तूँ अकेला हीभारत की उम्मीदों पर भारी हो गया।जब सम्पूर्ण विश्व कोरोना […]

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PUNAH DADHICHI BANANAA HOGA/पुनः दधीचि बनना होगा

Image Credit : Google हे भारत के लाल जगो तुम, माता का संताप हरो तुम, हे राणा,चौहान,शिवाजी के अनुचर अब जगना होगा, वित्रासुर गर्जन करता बन पुनः दधीचि जलना होगा। शूल भरी हो डगर, धधकती दावानल की ज्वाला हो, या जलजला हो राहों में या घोर घिरी अंधियारा हो, तुम पुरुषार्थी थम मत जाना, अभिमन्यु […]

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DHARM AUR DESH/धर्म और देश

Image Credit : Google वतन ने लाखों शासक देखे, सरहद नए सिंघासन देखे, जब-जब धरती चीख उठी फिर, धर्म के ऊँचे आसन देखे, देखा है धर्मांध गरजते, धर्म के पाँव ना कभी उखड़ते, रावण,कंस,हिरणकश्यप को, देखा है किस हाल में मरते, देखा सरहद घटते,बढ़ते,शासक की शमशीर से, मिट गए धर्म मिटाने वाले दुनियाँ की तस्वीर […]

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MAA BHARTI PUKARTI/माँ भारती पुकारती

Image Credit :Google जाति की लड़ाई,धर्म,क्षेत्रवाद भारी,स्वार्थ फिर से खड़ा है इतिहास दोहराने को, अब भी लाचार पोरस,राणा और चौहान, मान सिंह,जयचंद फिर अड़े हैं सब मिटाने को। जात-पात की ये जंग,धर्म,क्षेत्र,मे हैं अंध,गए भूल सभी बेड़ियाँ लगी सहस्त्रों साल की, फिर से घमंड वही झूठी अहंकार,स्वार्थ,दूसरे को नीच खुद श्रेष्ठतम दिखाने की। भेद जाति,धर्म […]

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दास्तान/DASTAAN

image credit google एक सैनिक जो अपनी पत्नी एवं बूढ़े माँ-बाप का एक मात्र सहारा, देश की रक्षा करते हुए शहीद हो जाता है।घर पर आयी अचानक आफत के बावजूद तीनों सदस्य फर्ज पर अडिग एक दूसरे के गम को कम करने में लग गए। मगर बूढ़े सास-ससुर को पुत्रवधु का दुःख देखा नहीं जाता […]

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LACHAARI SABAK SIKHAANE KI/लाचारी सबक सिखाने की

Image Credit :Google चलो उन्हें भुलाने की बात करते हैं, खुद को बहलाने की बात करते हैं, जिनकी नफरत बसी है साँसों में, चलो उसे मिटाने की बात करते हैं। वे अडिग अब भी अपनी राहों में, हम बिखर जाएँ है उनकी ख्वाबों में, फूल हारे बिछा के हमने अबतक, चलो अँगारे बिछाने की बात […]

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PULWAAMA/पुलवामा

Image Credit : Google किसी की बगिया वीरान हो गयी, चेहरे से किसी की मुस्कान खो गयी, मतलब नहीं दर्द कैसा किसी को, पुलवामा भी सत्ता के नाम हो गयी| अचरज नहीं ना कोई गम हमें है, मिटे थे मिटेंगे यही प्रण किए हैं, सिंघासन मुबारक,वतन हमको प्यारा, उन्हें क्या खबर कौन बिछड़ा हमारा, जख्म […]

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WATAN SE BAHUMULYA KUCHH BHI NAHI/वतन से बहुमूल्य कुछ भी नहीं

Image Credit : Google जो देता रहा दुनियाँ को अमन और प्रेम का संदेश उसका नाम है भारत, जिसे कहती रही सोने की चिड़ियाँ सारा जहान, उस प्यारे देश का नाम है भारत, मगर चंद गद्दारों के कारण इस चिड़ियाँ के पैर एवं पंख जले हैं, आज भी इस चिड़ियाँ का जिगर जख्मों से भरे […]

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AKROSH/आक्रोश

Image Credit : Google बदल गई कानों की बाली,उजड़ गई माथे की लाली, साड़ी,चूड़ी,कंगन बदले,बिखर गई पाँवों की लाली, पलभर में सब ख्वाब बिखर गए, देहरी सुना बाग उजड़ गए, आँखों से अंगारे बरसे, धरती,सूरज,तारे गरजे, हृदय चीरकर चीख निकलती, गरज-गरज कर सबसे कहती, रख चूड़ी अब खड्ग थमा दो, हमको भी रणक्षेत्र दिखा दो, […]

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LALKAAR HO/ललकार हो

Image Credit : Google. शोक नहीं अब तीर चाहिए,नँगा अब शमशीर चाहिए, खौल रहा है खून न्याय मांगे,जो खोया वीर चाहिए। घूम रहे हैं घर में ही गद्दार जी, प्रेम की भाषा अब सारे बेकार जी, दिल में जिनके भारत बसता, उनका मान बढ़ाना होगा, जिनके दिल में पाक बसा है, उनको सबक सिखाना होगा, […]

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KAISI AZADI/ कैसी आजादी ?

Image Credit : Google करोड़ो देशवासी शोकमग्न हैं, और दूसरी ओर पत्थरबाजी जारी है, वाह रे वतन हमारा देख, तेरे चालीस बेटे निर्ममता से मार दिए गए, और फिर भी सियासत जारी है| कश्मीरी पंडितों ने कश्मीर छोड़ दी, और तुम इकहत्तर वर्षों से मौन रहे अब या तो कश्मीर छोड़ दो, या उन सपोलों […]

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VANDE MATARAM/वंदे मातरम

Image Credit : Google कोस-कोस पर पानी बदले,पाँच कोस पर वाणी, सिंधु,सुरसरि की भूमि वह ज्ञान की जहाँ रवानी, युगों,युगों की जहाँ धरोहर,रंग,विरंगे धर्म मनोहर, उस भारत की मिट्टी का हम तिलक लगाते हैं, हिन्द के हम रक्षक सारे एक सुर में गाते हैं, वंदे मातरम,वंदे मातरम,वंदे मातरम,वंदे मातरम।। पीड़ गुलामी की कैसी हम उसको […]

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BIKHRE HUYE KO KAUN BIKHRAYE

Image Credit : Google अजब सा देश खड़ा फिर आज उसी मुहाने पर। छिड़ी है अपनों में फिर द्वन्द्व अहम् में सारे हैं मतिमंद, वतन से प्रेम रहा ना, लोभ स्वार्थ में बन बैठे सब अंध, मगन फिर आज कई धृतराष्ट्र क़त्ल करवाने पर, अजब सा देश खड़ा फिर आज उसी मुहाने पर। जहाँ के […]

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2 October

Image credit :Google बार-बार आईने में, घंटों अपना मुंह देखता, भिन्न-भिन्न जूतों से, कपड़ों का अपने मिलान करता, बामुश्किल सजकर अपने कमरे से, लंदन की गलियों में निकलता, तब जिसे लोग मोहनदास कहते, कौन जानता था आगे चलकर उसके हाथों में, वकालत की किताब की जगह एक लाठी होगी, सूट-बूट और टाई की जगह, बदन […]

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UTSAWON KAA DESH BHARAT

कभी महावीर जयंती कभी बुद्ध पूर्णिमा, गुरु फ्राइडे,सरना,करमा, लोहड़ी,क्रिसमस,होली,ओणम, रथयात्रा,छठ,तीज,गोवर्धन, कभी दशहरा,कभी दिवाली,कभी ईद तो कभी मुहर्रम, जहाँ हर दिन पर्व और उत्सव है वहाँ के किस पर्व का नाम लूँ और किसको छोडूं, ऐसे ही नहीं भारत को पर्वों एवं उत्सवों का देश कहा गया है, ऐसे में किसी एक को सत्य और शेष […]

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